

महराजगंज पुलिस विभाग में शनिवार को फेरबदल किया गया। जनपद के बरगदवा और चौक थानों को नए प्रभारी निरीक्षक मिले हैं। तबादलों की पूरी जानकारी के लिये पढ़ें यह खबर
महराजगंज पुलिस विभाग में फेरबदल
महराजगंज: पुलिस अधीक्षक ससोमेंद्र मीणा द्वारा जनपद में कानून-व्यवस्था को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के प्रयास जारी है। एसपी ससोमेंद्र मीणा द्वारा शनिवार को दो थानों के प्रभार में महत्वपूर्ण बदलाव किया है।
एसपी द्वारा किये गये इस नये फेरबदल के तहत बरगदवा थाने के प्रभारी निरीक्षक ओम प्रकाश गुप्ता का तबादला कर दिया है। निरीक्षक ओम प्रकाश गुप्ता को अब चौक थाने की कमान सौंपी गई है।
इसी क्रम में भिटौली थाने पर संट ड्यूटी (प्रतीक्षा सूची) में चल रहे उपनिरीक्षक योगेश कुमार को भी नई जिम्मेदारी दे दी गई है। योगेश कुमार को बरगदवा थाने का नया प्रभारी नियुक्त किया गया है। दोनों को तत्काल प्रभाव से कार्यभार ग्रहण करने के आदेश जारी किये गये हैं।
कानून-व्यवस्था से जुड़ी चुनौतियां
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बरगदवा थाना क्षेत्र लंबे समय से संवेदनशील इलाकों में गिना जाता है, जहां आए दिन कानून-व्यवस्था से जुड़ी चुनौतियां सामने आती रहती हैं। ऐसे में योगेश कुमार जैसे अनुभवी और सख्त मिजाज अधिकारी को इस थाने की जिम्मेदारी सौंपे जाने को विभाग की एक रणनीतिक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
अपराध नियंत्रण
योगेश कुमार पहले भी जिले के विभिन्न थानों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं और अपराध नियंत्रण में उनकी भूमिका सराही जाती रही है।
अहम मामलों का सफलतापूर्वक निस्तारण
वहीं दूसरी ओर, ओम प्रकाश गुप्ता की गिनती भी जनपद के कर्तव्यनिष्ठ और अनुशासित अधिकारियों में होती है। बरगदवा में तैनाती के दौरान उन्होंने कई अहम मामलों का सफलतापूर्वक निस्तारण किया और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। अब उन्हें चौक थाना सौंपा गया है, जो नगर क्षेत्र से सटा हुआ होने के कारण काफी सक्रिय थाना माना जाता है। चौक में बढ़ती गतिविधियों और जनसंख्या घनत्व को देखते हुए अनुभवी अधिकारी की आवश्यकता थी, जिसे ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
तत्काल प्रभाव से कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश
पुलिस विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार दोनों अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित थानों पर कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं। आमजन को भी उम्मीद है कि नए थानाध्यक्षों की नियुक्ति से उनके क्षेत्र में अपराध नियंत्रण, जनसुनवाई और पुलिसिंग की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिलेगा।