उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले मतदाता सूची में सुधार की प्रक्रिया तेज़, नया प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भले ही अभी कुछ समय दूर हों, लेकिन भारत निर्वाचन आयोग ने तैयारी पहले से ही तेज़ कर दी है। चुनाव आयोग ने मतदाता सूची की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए मतदाता पुनरीक्षण अभियान शुरू कर दिया है, जिसका हिस्सा बनने के लिए निर्वाचन अधिकारियों का एक बड़ा समूह हाल ही में मेरठ से लेकर वाराणसी तक विभिन्न जिलों से एक दिवसीय प्रशिक्षण में शामिल हुआ।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 16 July 2025, 9:24 PM IST
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Lucknow: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भले ही अभी कुछ समय दूर हों, लेकिन भारत निर्वाचन आयोग ने तैयारी पहले से ही तेज़ कर दी है। चुनाव आयोग ने मतदाता सूची की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए मतदाता पुनरीक्षण अभियान शुरू कर दिया है, जिसका हिस्सा बनने के लिए निर्वाचन अधिकारियों का एक बड़ा समूह हाल ही में मेरठ से लेकर वाराणसी तक विभिन्न जिलों से एक दिवसीय प्रशिक्षण में शामिल हुआ।

मतदाता सूची में गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए

चुनाव आयोग का मुख्य उद्देश्य यह है कि मतदाता सूची में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, और हर चुनाव पारदर्शी और निष्पक्ष रूप से संपन्न हो। इस संदर्भ में मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने स्पष्ट रूप से कहा कि मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की त्रुटि या गलतियों की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान नए बदलावों और सुधारों की जानकारी दी, ताकि आगामी चुनाव बिना किसी अव्यवस्था के हो सकें।

मुख्य बदलाव और सुधार

इस पुनरीक्षण अभियान में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य मतदाताओं के लिए मतदान प्रक्रिया को सुगम और परेशानी-मुक्त बनाना है।

  1. नए पोलिंग बूथ की व्यवस्था: पहले 1500 मतदाताओं के लिए एक पोलिंग बूथ होता था, लेकिन अब यह संख्या घटाकर 1200 कर दी गई है। इससे कुल 21,000 नए पोलिंग बूथ बनेंगे, और मतदाताओं को लंबी कतारों से निजात मिलेगी।
  2. साफ-सुथरी फोटो की व्यवस्था: सभी मतदाताओं के फोटो अब स्पष्ट और सही होंगे, ताकि मतदान के समय कोई भी गड़बड़ी न हो।
  3. नई तकनीकी पहल: अधिकारियों को ईआरओ नेट, बीएलओ ऐप और वोटर हेल्पलाइन ऐप के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, ताकि फॉर्म भरने के दौरान मतदाताओं के फोन नंबर दर्ज किए जा सकें। इससे सूचनाओं की आसानी से पहुंच सुनिश्चित होगी।
  4. परिवार के सभी सदस्य एक बूथ पर मतदान कर सकेंगे: पहले कई बार देखा जाता था कि परिवार के एक सदस्य का वोट एक बूथ पर था और दूसरे का दूसरे बूथ पर, लेकिन अब यह समस्या दूर कर दी गई है। अब सभी सदस्य एक ही पोलिंग बूथ पर वोट दे सकेंगे, जिससे वोटिंग प्रक्रिया सरल हो जाएगी।

राजनीतिक पार्टियों के साथ संवाद की जरूरत

इन सुधारों को लागू करने की जिम्मेदारी अब जिला निर्वाचन अधिकारियों के कंधों पर है। वे समय-समय पर राजनीतिक दलों के साथ बैठकें करेंगे, ताकि मतदाता सूची में कोई भी गलती न हो और चुनाव प्रक्रिया सुचारु रूप से पूरी हो।

चुनाव आयोग की जनता से अपील

चुनाव आयोग ने जनता से अपील की है कि वे फॉर्म-6 (नया नाम जोड़ने), फॉर्म-7 (नाम हटाने) और फॉर्म-8 (जानकारी में सुधार) में सही-सही जानकारी भरें। इससे न सिर्फ चुनाव प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी होगी, बल्कि मतदाताओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस पुनरीक्षण अभियान से यह स्पष्ट होता है कि चुनाव आयोग पूरी कोशिश कर रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव बिना किसी गड़बड़ी के, और पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी रूप से संपन्न हो।

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  • Lucknow

Published : 
  • 16 July 2025, 9:24 PM IST