आजादी के बाद से है ये हाल…अधिकारियों के हाथ जोड़ थक गए गांव वाले, परेशान ग्रामीणों ने खुद बनाई सड़क

जिले के तमाम अधिकारियों के सामने ग्रामीणों ने अपनी फरियाद की। सरकार के पास भी लिखित शिकायत भेजी मगर ग्रामीणों को कोई राहत नहीं मिली।

Post Published By: Deepika Tiwari
Updated : 16 July 2025, 1:40 PM IST
google-preferred

Mainpuri News:   उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से खबर सामने आई है। यहां जिले के तमाम अधिकारियों के सामने ग्रामीणों ने अपनी फरियाद की। सरकार के पास भी लिखित शिकायत भेजी मगर ग्रामीणों को कोई राहत नहीं मिली।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक,बरसात में यह रास्ता दल-दल युक्त हो जाता है। ऐसे में  जब ग्रामीणों की किसी ने नहीं सुनी तो ग्रामीणों ने यह कच्चा रास्ता खुद बनाने का निर्णय लिया। ग्रामीणों ने आपस में चंदा किया और मिट्टी डाली इसके बाद ईंटों को डालकर सड़क तैयार कर दी।

IND vs ENG टेस्ट सीरीज के बीच ये धाकड़ खिलाड़ी पहुंचा इंग्लैंड, दो मुकाबलों में मचाएगा धमाल

क्या है पूरा मामला

पूरा मामला किसनी विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत इलाबांस का है। यहां ग्राम पंचायत के गांव राजपुर जाने वाली सड़क 70 वर्षों से कच्ची पड़ी है। संपर्क मार्ग से गांव जाने के लिए करीब 900 मीटर सड़क की दूरी ग्रामीणों को तय करनी पड़ती है। ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक, सांसद, प्रशासनिक अधिकारीयों के अलावा जिला पंचायत, ग्राम प्रधान व मुख्यमंत्री को भी लिखित शिकायत भेजी। लेकिन शिकायत के नाम पर अधिकारियों ने केवल निरीक्षण किया और मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। कुछ दिन पहले मुख्य विकासधिकारी के आदेश पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने भी गांव जाकर मौके पर निरीक्षण किया और ग्रामीणों को भरोसा दिलाया जल्द सड़क बनवाई जाएगी।

एटा के जलेसर में जीएसटी कार्रवाई के विरोध में पीतल व्यापारी लामबंद, डीएम को सौंपा ज्ञापन, उद्योग बंद

900 मीटर का रास्ता पैदल

लेकिन ग्रामीणों का कहना है, कि यह सड़क आजादी के बाद से अभी तक कच्ची पड़ी है। कई अधिकारियों ने मौके पर आकर देखा आश्वासन दिया लेकिन वर्षों बीत गए। अभी तक सड़क का निर्माण नहीं हो सका। राजपुर गांव में करीब 250 ग्रामीण निवास करते हैं। पूरे गांव में एक भी खड़ंजा व सीसी सड़क का निर्माण नहीं कराया गया। ग्रामीणों का कहना है, बरसात के समय छोटे-छोटे बच्चे स्कूल नहीं जा पाते। आने जाने पर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। रात में अगर कोई बीमार पड़ जाता है तो उसे गोद में लेकर 900 मीटर का रास्ता पैदल तय करना पड़ता है।

Location : 

Published :