नोएडा में पकड़े गए आतंकी के परिवार का दिल्ली कांग्रेस में अच्छा दबदबा, जानिए कौन है जीशान

जीशान के परिवार के सदस्य अब खुलकर सामने आ रहे हैं। जीशान के एक परिजन ने बताया कि लोग उन्हें जीशान के ताऊ रियासत अली से जोड़ रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि रियासत अली ने पहले ही परिवार से धोखा करके उनकी जमीन हड़प ली थी। तभी से उनका आपसी रिश्ता टूट गया। अब न उनके घर कोई आता है, न वे किसी से मिलने जाते हैं।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 25 July 2025, 7:26 AM IST
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Noida News: नोएडा में एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए संदिग्ध जीशान के परिवार को लेकर गांव ललियाना में चर्चाओं का बाजार गर्म है। ग्रामीणों का कहना है कि जीशान के ताऊ रियासत अली का राजनीतिक प्रभाव रहा है और उनका बाहरी लोगों से मेलजोल भी लंबे समय से संदेह के घेरे में रहा है।

भाई से जमीनी विवाद के बाद टूटा पारिवारिक रिश्ता

जीशान के परिवार के सदस्य अब खुलकर सामने आ रहे हैं। जीशान के एक परिजन ने बताया कि लोग उन्हें जीशान के ताऊ रियासत अली से जोड़ रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि रियासत अली ने पहले ही परिवार से धोखा करके उनकी जमीन हड़प ली थी। तभी से उनका आपसी रिश्ता टूट गया। अब न उनके घर कोई आता है, न वे किसी से मिलने जाते हैं।

जीशान की मां मोहसिना बेटे पर देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगने के बाद से बेहद दुखी और खामोश हैं। वहीं गुरुवार को जीशान के पिता आसिफ अली के पास लोगों का तांता लगा रहा। आसिफ ने मीडिया और पुलिस के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उनका जीशान से कोई लेना-देना नहीं है। तनाव के चलते उन्होंने अपनी दुकान भी बंद कर दी।

ताऊ रियासत अली के फार्म हाउस पर भी संदेह की निगाहें

ग्रामीणों ने बताया कि जीशान के ताऊ रियासत अली का दिल्ली में कांग्रेस सरकार में अच्छा दबदबा रहा है। गांव से कुछ दूरी पर उनके पास एक फार्म हाउस है जो जंगल के पास स्थित है। यहां पर कुछ बच्चों को पढ़ाया जाता है और अक्सर बाहरी राज्यों के लोग कई दिनों तक रुकते हैं। ग्रामीण इस जगह को 'मदरसा' भी कहते हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार, वहां रुकने वालों के लिए खाने-पीने और अन्य सुविधाओं का सारा इंतजाम रियासत अली खुद करते हैं। हालांकि, आज तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि इस पूरे खर्च का स्रोत क्या है। लोगों में यह भी चर्चा है कि राजनीतिक प्रभाव के कारण उन पर किसी ने अब तक सवाल नहीं उठाए। जब रियासत अली से बात करने उनके घर पहुंची तो पता चला कि वे इस समय मवाना जमात के लिए बाहर गए हुए हैं।

खुफिया विभाग ने गांव में शुरू की जांच

जीशान की गिरफ्तारी के बाद खुफिया एजेंसियों और एटीएस की टीमों ने ललियाना गांव पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। गुरुवार सुबह से ही आसिफ अली के घर मीडिया, पुलिस और जांच एजेंसियों का आना-जाना लगा रहा। इस दौरान आसिफ अली ने स्पष्ट कहा कि जीशान का उनके परिवार से कोई संबंध नहीं है और वह उसके कार्यों की जिम्मेदारी नहीं लेते।

जीशान की गिरफ्तारी से पूरा गांव हैरत में है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि गांव का कोई युवक इस तरह की गतिविधियों में लिप्त हो सकता है। कुछ लोग अब ताऊ रियासत अली के पुराने संपर्कों और उनकी गतिविधियों की भी जांच की मांग कर रहे हैं। फिलहाल जांच एजेंसियां इस पूरे मामले की तह में जाने की कोशिश कर रही हैं और ग्रामीणों से पूछताछ का सिलसिला जारी है।

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