खेली ऐसी पारी, अगले 50 साल तक कोई ऋषभ पंत को नहीं भूल सकता, संजय मांजरेकर ने कहा- इंग्लैंड को डरना चाहिए

ऋषभ पंत की यह पारी सिर्फ क्रिकेट नहीं थी। यह जज्बा, समर्पण और देशभक्ति की मिसाल थी। जब शरीर जवाब दे रहा था, तब भी आत्मबल डटा रहा। क्रिकेट इतिहास में यह दिन याद किया जाएगा। भारत के फैंस को एक बार फिर गर्व करने का मौका मिला है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 25 July 2025, 7:58 AM IST
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New Delhi: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में ऐसा पल देखने को मिला, जिसने करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों का दिल छू लिया। टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने पैर में फ्रैक्चर होने के बावजूद मैदान में उतरकर अर्धशतक जड़ा और अपनी जुझारू पारी से न केवल टीम को मजबूती दी, बल्कि अनिल कुंबले के टूटे जबड़े के साथ गेंदबाजी करने वाले पल की यादें भी ताजा कर दी।

चोट के बावजूद मैदान में वापसी

मैच के पहले दिन क्रिस वोक्स की एक गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश में ऋषभ पंत चोटिल हो गए थे। उस समय वह 37 रन बनाकर खेल रहे थे और दर्द के चलते रिटायर्ड हर्ट होकर पवेलियन लौट गए। बाद में स्कैन रिपोर्ट में साफ हो गया कि उनके दाहिने पैर में फ्रैक्चर हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद ऋषभ पंत ने हार नहीं मानी और अगले दिन जब भारत की पारी संकट में थी, वे छठा विकेट गिरने के बाद क्रीज पर लौटे।

अर्धशतक से दिया जवाब

स्पष्ट रूप से दर्द में दिखने के बावजूद पंत ने न केवल बल्लेबाजी की, बल्कि तेज गेंदबाजों का डटकर सामना किया और शानदार 54 रन की पारी खेली। उनकी इस हिम्मत और समर्पण की बदौलत भारत ने पहली पारी में 350 रन का आंकड़ा पार किया, जो मैच की परिस्थितियों में बेहद अहम साबित हो सकता है।

“ये सिर्फ टैलेंट नहीं, ये कैरेक्टर है”

ऋषभ पंत की इस वीरता पर पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने उन्हें कुंबले से तुलना करते हुए सलाम किया। उन्होंने ‘जियो हॉटस्टार’ से कहा, “जब आप अनिल कुंबले की तरह चोट के बावजूद खेलते हैं तो ये वही पल होते हैं जिन्हें 50 साल बाद भी याद किया जाता है। यह दिखाता है कि एक खिलाड़ी अपने देश के लिए कितना समर्पित है।” संजय मांजरेकर ने आगे कहा कि यह निर्णय पूरी तरह से पंत का था।

पंत को देखकर इंग्लैंड में बढ़ी चिंता

संजय मांजरेकर ने पंत के कौशल की सराहना करते हुए कहा, “अगर किसी दिन पंत को यह भी कह दिया जाए कि वह अपने पैर नहीं हिला सकते, तब भी उनके हाथ और आंख का तालमेल इतना जबरदस्त है कि वह फिर भी हावी हो सकते हैं। इंग्लैंड को डर होना चाहिए कि पंत लौट आया है।”

संजीव गोयनका ने कहा, “ये कैरेक्टर है”

आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपरजायंट्स के मालिक संजीव गोयनका ने भी सोशल मीडिया पर ऋषभ पंत की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “यह सिर्फ टैलेंट नहीं है, यह कैरेक्टर है जो आप मुश्किल समय में दिखाते हैं। सलाम।” मांजरेकर ने यह भी कहा कि पंत का टेस्ट क्रिकेट के प्रति लगाव खास है। उन्होंने कहा, “हो सकता है कि पंत ने सफेद गेंद वाले फॉर्मेट में वह प्रभाव नहीं डाला हो, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वे खुद को साबित करना चाहते हैं। खासकर इंग्लैंड जैसी परिस्थितियों में वे खुद को सबसे आगे रखना चाहते हैं।”

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