

हुरून इंडिया रिच लिस्ट 2025 में उत्तर प्रदेश के 41 अरबपति शामिल हुए हैं। नोएडा और कानपुर ने लिस्ट में दबदबा बनाया है। जानिए कौन हैं प्रदेश के टॉप 5 सबसे अमीर उद्योगपति और कैसे छोटे शहर भी बन रहे हैं नए औद्योगिक हब।
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Noida: भारत की नई आर्थिक ताकत में उत्तर प्रदेश का दबदबा लगातार बढ़ रहा है। हुरून इंडिया रिच लिस्ट-2025 में प्रदेश के कुल 41 अरबपति उद्योगपति शामिल हुए हैं। इनमें नोएडा (15 अरबपति) और उसके बाद कानपुर (8 अरबपति) का दबदबा है। पारंपरिक रूप से औद्योगिक शहर माने जाने वाले कानपुर ने इस बार लखनऊ, गाजियाबाद और आगरा को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल किया है। भारत के शीर्ष उद्योगपतियों की इस सूची में चार साल पहले वर्ष 2021 में यूपी से महज 22 कारोबारी स्थान पा सके थे।
नोएडा के आदित्य खेमका सबसे रईस
भारतीय अरबपतियों की रिचलिस्ट में नोएडा के आदित्य खेमका (आदित्य इंफोटेक) यूपी के नंबर वन धन्नासेठ बनकर उभरे हैं। उनकी कुल संपत्ति 35,140 करोड़ रुपये है। इलाहाबाद के अलख पांडेय (फिजिक्सवाला) 14,520 करोड़ रुपये के साथ दूसरे नंबर पर काबिज हैं। लखनऊ के पीटीसी इंडस्ट्रीज के सचिन अग्रवाल 11,320 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे नंबर हैं। कानपुर के घड़ी साबुन वाले मुरली बाबू पहले स्थान से खिसककर चौथे स्थान पर आ गए हैं। उनकी कुल संपत्ति 8,880 करोड़ रुपये है। पांचवें स्थान पर नोएडा स्थित इंफोएज इंडिया के हितेश ओबेराय 7,830 करोड़ रुपये के साथ हैं।
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नोएडा बना अरबपतियों की राजधानी, कानपुर की उड़ान
देश के आईटी और स्टार्टअप हब के रूप में बढ़ रहे नोएडा में रियल एस्टेट, टेक्नोलॉजी, ई-कॉमर्स और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े उद्यमियों ने भी अरबपति क्लब में अपनी जगह बनाई है। नोएडा के कई स्टार्टअप फाउंडर और रियल्टी कारोबारी इस सूची में हैं। लेदर सिटी कानपुर ने इस बार आठ अरबपतियों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। मुरलीधर ज्ञानचंदानी (आरएसपीएल– घड़ी डिटरजेंट, 8,880 करोड़) नाम पारंपरिक उद्योगों से आगे बढ़कर आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग और एफएमसीजी की शक्ति दिखाते हैं। इस शहर के कारोबारी केमिकल, टेक्सटाइल और फार्मा सेक्टर से भी अरबपति सूची में जगह बना रहे हैं। पिछली तीन सूची में कानपुर खिसकर चौथे स्थान पर आ गया था। हुरुन इंडिया के फाउंडर और चीफ एनालिस्ट अनस रहमान जुनैद ने कहा कि यूपी का बढ़ता औद्योगिक आधार, स्टार्टअप कल्चर और नए क्षेत्रों में निवेश ने इस बदलाव को संभव बनाया है। नोएडा और कानपुर ने साबित किया है कि उत्तर प्रदेश अब केवल पारंपरिक उद्योगों का गढ़ नहीं, बल्कि आधुनिक अर्थव्यवस्था का भी केंद्र बन रहा है।
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आगरा के साथ छोटे शहरों से भी चमके सितारे
आगरा से पांच अरबपति, लखनऊ से चार, गाजियाबाद से तीन, जबकि प्रयागराज, अलीगढ़, गोरखपुर, फैजाबाद, बुलंदशहर और दादरी से एक-एक नाम शामिल हैं। खासकर प्रयागराज के अलख पांडेय (फिजिक्स वाला, 14,520 करोड़ रुपये) शिक्षा क्षेत्र से अरबपति बनने वाले सबसे चर्चित युवा चेहरे हैं।
शहरवार अरबपतियों की संख्या
नोएडा - 15
कानपुर - 8
आगरा - 5
लखनऊ - 4
गाजियाबाद - 3
इलाहाबाद (प्रयागराज) - 1
अलीगढ़ - 1
गोरखपुर - 1
फैजाबाद - 1
बुलंदशहर - 1
दादरी - 1