Muzaffarnagar Fraud: ऑनलाइन गेमिंग और ठगी! मुजफ्फरनगर पुलिस के ऐसे हत्थे चढ़ा शातिर ठग

12वीं पास कर आर्मी में अपनी सेवा देकर देश की रक्षा करना चाहता था लेकिन कोविड काल के दौरान आर्मी की भर्ती तो नहीं निकली थी लेकिन निकल गई युवक की उम्र बस फिर क्या था पैसे कमाने की लालच में यह युवक फेसबुक से मिले लिंक के जरिए एक फ्रॉड गिरोह का सदस्य बन बैठा।

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 21 September 2025, 12:40 AM IST
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Muzaffarnagar: बागपत का रहने वाला है एक नौजवान युवक 12वीं पास कर आर्मी में अपनी सेवा देकर देश की रक्षा करना चाहता था लेकिन कोविड काल के दौरान आर्मी की भर्ती तो नहीं निकली थी लेकिन निकल गई युवक की उम्र बस फिर क्या था पैसे कमाने की लालच में यह युवक फेसबुक से मिले लिंक के जरिए एक फ्रॉड गिरोह का सदस्य बन बैठा।

दरसअल हुआ यूं कि बागपत जनपद के बामनोली गांव निवासी अंकित तोमर नाम के एक युवक को मुजफ्फरनगर जनपद की साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अंकित तोमर से जब पुलिस ने पूछताछ की तो पुलिस के होश उड़ गए अंकित ने बताया कि कोरोना काल से पहले वह आर्मी की भर्ती के लिए तैयारी कर रहा था लेकिन कोविड के चलते आर्मी में भर्ती तो नहीं निकली लेकिन उम्र निकालने के बाद वह पैसे कमाने के लालच में फेसबुक पर मिले एक लिंक के माध्यम से इंस्टाग्राम ग्रुप में जुड़ा था।

बताया जा रहा है कि विदेश में बैठा केल्विन नाम का एक व्यक्ति इस ग्रुप को चल रहा था जिसने अंकित से कहा कि वह उसे ऑनलाइन गेमिंग के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराए जिसके लिए वह उसे कमीशन भी देगा। जिसके बाद अंकित ने फिर शुरू किया बैंक खाते खरीदने का खेल अंकित गांव देहात में भोले भाले लोगों को लालच प्रलोभन देकर विभिन्न बैंकों में उनके खाते खुलवाता था और उसके बाद वह उनकी बैंक किट 25 से 30 हज़ार रुपये में खरीद कर गुजरात, तमिलनाडु और बेंगलुरु में बैठे साइबर ठगों को कोरियर के माध्यम से उपलब्ध कराता था।

आलाधिकारियों की माने तो पुलिस गिरफ्त ने आये अंकित नाम के इस युवक के पास से 26 सिम कार्ड , 32 एटीएम और डेबिट कार्ड, पांच मोबाइल फोन ,एक कार ,बैंक पासबुक चेक बुक कुछ नगदी और एक पर्सनल डायरी भी पुलिस ने बरामद की है। बताया जा रहा है कि इस पर्सनल डायरी की जांच में पाया गया है कि अंकित ने अब तक सैकड़ो खाते खुलवाए हैं जिसकी डिटेल्स डायरी में लिखी गई है जांच में यह भी पाया गया कि इन बैंक खातों पर 79 शिकायतें मिल चुकी है साथ 79 शिकायतों में 5 करोड़ से अधिक का ट्रांजैक्शन अप्रूवल भी है।

एसपी क्राइम इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि जनपद मुजफ्फरनगर में वरिष्ठअधीक्षक महोदय के नेतृत्व में ये गुड वर्क किया गया है जिसमें अंकिततोमर नाम के व्यक्ति जिसके उम्र लगभग 26 वर्ष है जो बागपत बामनोली का रहने वाला है जिसको पकड़ा गया है और जो जानकारी हुई है वह यह हुई है कि उसके द्वारा साइबर अपराध करने के लिए जिन मूल खातों का उपयोग किया जाता है। उन खातों को गरीब आदमियों को बहलाकर उन्हें पर्लोबान देकर उनके खातों को खुलवाने और उनकी किट को जो है ऐसे साइबर फ्रोस्टर जो गुजरात ,तमिलनाडु, बेंगलुरु में बैठे हुए हैं उनको वह किट उपलब्ध कराता है कोरियर के माध्यम से भेजता है और उनका एटीएम कार्ड ओर डेबिट कार्ड खुद रखता है ताकि उनसे होने वाले ट्रांजैक्शन से वह पैसा निकाल करके अपना पैसा विंडरो करके अपना हिस्सा लेकर के उन्हीं फ्रोस्टर को आगे देदे उस किट में जो भी बैंक की किट जारी होती है एटीएम कार्ड होता है चेक बुक होती है और खाते की सारी डिटेल वह उन संबंधितो को पहुंचा देता है।

उनको वह इंस्टाग्राम और फेसबुक के माध्यम से जुड़ा हुआ है जी केल्विन नाम के व्यक्ति जो उसके ग्रुप की चैट है केल्विन नाम के व्यक्ति की जानकारी हो रही है और अभी तफ्तीस की जाएगी कि यह केल्विन कौन है और कहां का है और किस जगह बैठकर या फ्रॉड कर रहा है देखिए तीन तरह के खाते खुलवाता है और सेविंग खाते का अलग रेट है, करंट अकाउंट का अलग रेट है, जीएसटी अकाउंट का अलग रेट है इसके द्वारा बताया गया कि जब ये सेविंग खाता खुलवाता है तो जो व्यक्ति इसको सेविंग खाते की किट उपलब्ध करा रहा है उसको यह ₹15000 उपलब्ध करा देता है और साढ़े सात हजार इसके होते है इसके पास से जो बरामद की हुई है 26 सिम कार्ड मिले हैं जो अलग-अलग फोन नंबर खातों के साथ कनेक्ट किए जाते हैं , 32 एटीएम और डेबिट कार्ड इसके पास से बरामद हुए हैं, इसके अलावा उसके पास पांच आदाद मोबाइल फोन है पासबुक है, चेक बुक है ,एक डायरी है जो इसने सैकड़ो खाते खुलवाए हैं उनका ब्यौरा है एक फर्जी बिल बुक भी है जिसे बैंक में दिखाकर अगर मैं फ्री हो जाते हैं तो उन्हें सही करने के लिए भी जाता है तो एक बिल बुक भी है एक स्टेममोहर भी है जो फर्जी फॉर्म बना रखी है उसके स्टेम की मोहर भी है, दो आधार कार्ड है जिसमें तो अलग-अलग पिता के नाम है तो फर्जी तरीके से इसमें आधार कार्ड भी तैयार कर रखा है अपने काम को करने के लिए इसके अलावा वाई-फाई रूटर इसी पैसों से इसने एक ग्रेड आइटम गाड़ी खरीदी है वह भी बरामद की गई है और ₹2500 नगद है जो डायरी है उसमें कई सैकड़ो खाते हैं सैकड़ो खातों की डिटेल है उसमें और जब हमने एनसीआर पोर्टल के साथ रिचैक किया है तो हमें 79 शिकायतें मिल चुके हैं जो हमें इसके पास से बरामद है अरुण 79 खातों में 5 करोड़ से ऊपर का ट्रांजैक्शन अप्रूवल है उन पर एफआईआर दर्ज है या नहीं है एनसीआर पोर्टल शिकायतों पर क्या करवाई है वह तफ्तीश का विषय है यह 12वीं पास है फौजी की तैयारी कर रहा था इसके द्वारा बताया गया कि कोविड के समय में वैकेंसी नहीं आई उसकी उम्र निकल गई उसके बाद से यह इसमें ही लिप्त है।

 

 

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