

महराजगंज में 1 जुलाई से संचारी रोग अभियान शुरू हो रहा है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर मरीजों की पहचान करेंगे, दवाएं देंगे और जागरूकता फैलाएंगे।
CHC अधीक्षक अरुण गुप्ता
महराजगंज: आज की तेजी से बदलती दुनिया में संक्रामक बीमारियां (Infectious Diseases) न केवल हमारी सेहत बल्कि जीवनशैली पर भी गंभीर असर डालती हैं। बल्कि ये रोग एक व्यक्ति से दूसरे में आसानी से फैल सकते हैं और कई बार महामारी का रूप भी ले सकते हैं। सही जानकारी और समय पर इलाज से इनका प्रभाव काफी हद तक कम किया जा सकता है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सरकार द्वारा इन बीमारियों के रोकथाम के लिए संचारी रोग अभियान चलाया जा रहा।
क्या बोले CHC अधीक्षक?
CHC अधीक्षक लक्ष्मीपुर अरुण गुप्ता ने बताया कि शासन से मिले दिशा निर्देशों के अनुसार, 1 जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी अभियान चलाया जायेगा। जिसमें हमारे स्वास्थ्य कार्यकत्रि घर-घर जाकर संचारी रोग से पीड़ित मरीजों को चिंहित किया जायेगा और उन्हें दवा दी जायेगी। इसके साथ ही डॉक्टर के पास उपचार के लिए भेजा जायेगा।
वहीं गांवों में प्रधानों को भी बैठक के माध्यम से निर्देशित किया गया है कि समय-समय पर छिड़काव करायें। साथ ही लोगों को भी जागरूक किया जायेगा कि अपने आस-पास साफ सफाई रखें, मच्छरो से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें और बुखार होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।
जानिए संचारी रोग क्या है?
संचारी रोग, जिन्हें संक्रामक रोग भी कहा जाता है, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में विभिन्न तरीकों से फैलते हैं। ये बीमारियां बैक्टीरिया, वायरस, कवक या परजीवियों के कारण होती हैं और सीधे संपर्क, हवा में मौजूद बूंदों, दूषित भोजन या पानी, कीटों के काटने या शारीरिक तरल पदार्थों के माध्यम से फैल सकती हैं।
जानिए संचारी रोग क्या होते हैं?
संचारी रोग, वे बीमारियां होती हैं जो वायरस, बैक्टीरिया, फंगस या परजीवियों के कारण होती हैं और एक व्यक्ति से दूसरे में सीधे या परोक्ष रूप से फैल सकती हैं।
संचारी रोगों के मुख्य कारण
वायरस (जैसे डेंगू, चिकनगुनिया, कोरोना)
बैक्टीरिया (जैसे टीबी, डायरिया)
फंगस (जैसे स्किन इंफेक्शन)
परजीवी (जैसे मलेरिया)
दूषित पानी और भोजन
संक्रमित सतह या व्यक्ति से संपर्क
इसके प्रमुख लक्षण
लगातार बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान और शरीर दर्द,
डायरिया या उल्टी त्वचा पर चकत्ते या रैशेज सांस लेने में तकलीफ आदि।
संचारी रोग से कैसे बचें?
संचारी रोगों की सही पहचान और समय पर इलाज न सिर्फ मरीज की जान बचा सकता है, बल्कि समाज में इनके फैलाव को भी रोका जा सकता है। इसलिए जानकारी, सतर्कता और स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता ही आपकी सबसे बड़ी ताकत है। अगर आपको बुखार, खांसी या अन्य लक्षण महसूस हो, तो बिना देरी के डॉक्टर से परामर्श लें।