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लखनऊ में सैकड़ों दिव्यांगों ने हजरतगंज गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन किया। वे सरकारी विभागों में भेदभाव, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती में अनदेखी, पेंशन, आवास और मेडिकल सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। दिव्यांग महागठबंधन प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी दे रहा है।
दिव्यांगों ने हजरतगंज गांधी प्रतिमा पर किया जोरदार प्रदर्शन
Lucknow: राजधानी लखनऊ में हजरतगंज गांधी प्रतिमा पर सैकड़ों दिव्यांगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि सरकारी विभागों में उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPPSC) की भर्ती परीक्षा पास करने के बावजूद दिव्यांग होने के कारण उन्हें नौकरी नहीं मिली। इसके साथ ही दिव्यांगों ने पेंशन, आवास और मेडिकल सुविधाओं की भी मांग उठाई।
डाइनामाइट न्यूज से बातचीत में दिव्यांग महागठबंधन के महासचिव अरविंद सिंह ने बताया कि दिव्यांगों के साथ भर्ती, पुनर्वास और अन्य मूलभूत सुविधाओं में भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।”
अरविंद सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि केवल नौकरी नहीं, बल्कि पेंशन, आवास और मेडिकल जैसी बुनियादी सुविधाएं भी दिव्यांगों के अधिकारों में शामिल हैं, लेकिन सरकार की ओर से अनदेखी की जा रही है।
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दिव्यांग महागठबंधन ने बताया कि उनका उद्देश्य केवल प्रदर्शन करना नहीं है, बल्कि सरकार को बाध्य करना है कि वह दिव्यांगों के अधिकारों को पूरी तरह सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में ऐसे मामले सामने आए हैं जहां दिव्यांग भर्ती परीक्षा पास होने के बावजूद नौकरी नहीं पा सके।
मौके पर उपस्थित दिव्यांगों ने हाथ में तख्तियां और बैनर लेकर अपनी मांगों को जोरदार ढंग से प्रस्तुत किया। बैनरों पर मुख्य रूप से यह लिखा था, “भेदभाव बंद करो”, “दिव्यांगों को नौकरी दो” और “पेंशन और आवास हमारी जरूरत”
प्रदर्शन के दौरान लखनऊ पुलिस ने शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखा। अभी तक सरकार की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। दिव्यांग महागठबंधन ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आंदोलन और बड़े पैमाने पर होगा।
भर्ती और सुविधाओं में भेदभाव का आरोप
अरविंद सिंह ने बताया कि प्रदर्शन की शुरुआत लखनऊ से हुई है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर इसे राज्य के अन्य जिलों तक फैलाया जा सकता है। उनका कहना है कि दिव्यांग समुदाय की समस्याओं को अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
दिव्यांग महागठबंधन की मांगें मुख्य रूप से निम्नलिखित हैं
1. सरकारी विभागों में दिव्यांगों की भर्ती में समान अवसर
2. दिव्यांग पेंशन की पूरी सुविधा
3. आवास और पुनर्वास योजनाओं में दिव्यांगों को प्राथमिकता
4. मेडिकल और स्वास्थ्य सेवाओं में विशेष सुविधाएं
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इस प्रदर्शन ने स्पष्ट कर दिया कि दिव्यांग समुदाय अपने अधिकारों के लिए जागरूक और सशक्त है। अरविंद सिंह ने कहा कि सरकार को दिव्यांगों के मुद्दों को गंभीरता से लेना होगा। उनका आंदोलन केवल हजरतगंज तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो यह आंदोलन बड़े पैमाने पर प्रदेशभर में फैल सकता है।