

बाराबंकी के अलीपुर गांव में लोगों को अभी तक पेयजल नहीं मिला है। पूरी खबर के लिए पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
अधूरा पड़ा पानी की टंकी का निर्माण कार्य
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां हैदरगढ़ में जल जीवन मिशन के अंतर्गत अलीपुर गांव में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का उद्देश्य एक फिर से शुरू हो गया है। बता दें कि यह परियोजना चार साल से अधूरी पड़ी हुई है। वर्ष 2021 में आगा खान फाउंडेशन द्वारा टंकी निर्माण और पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन गांव के आधे हिस्से में ही नल कनेक्शन दिए गए और शेष ग्रामीण अब भी पेयजल से वंचित हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण के लगभग दो वर्ष बाद कार्यदाई संस्था काम अधूरा छोड़कर चली गई। टंकी बन जाने के बावजूद उसका संचालन शुरू नहीं हो सका, क्योंकि अब तक किसी ऑपरेटर की नियुक्ति नहीं की गई है। इस कारण आधे गांव की जलापूर्ति भगवान भरोसे चल रही है। गांव के लगभग 200 ग्रामीणों को अब भी साफ पानी नहीं मिल पा रहा है।
दो साल से कर रहे हैं नोडल अधिकारियों से संपर्क
बता दें कि पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि वे दो वर्षों से जल जीवन मिशन के नोडल अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। इस संबंध में जब जल निगम के सहायक अभियंता पियूष शुक्ला से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि यह पुरानी परियोजना अब सरकार की नई योजना के तहत अनुरक्षण में ली गई है।
ग्रामीणों ने की ये मांग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विभागीय स्तर पर संचालन से जुड़ी समस्याओं का समाधान कर परियोजना को जल्द ही चालू स्थिति में लाया जाएगा। ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द से जल्द नल लगाए जाएं और टंकी संचालन के लिए ऑपरेटर की नियुक्ति कर नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए। ताकि गांव के सभी लोगों को शुद्ध पानी मिल सके। फिलहाल ग्रामीण आस लगाए है कि जल्द परियोजना पूरी हो धरातल पर आए जिससे उन्हें पेयजल मिल सके।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जल जीवन मिशन भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य देश के हर घर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है। इस मिशन के तहत, सरकार ने 2024 तक हर ग्रामीण घर में नल कनेक्शन प्रदान करने का लक्ष्य रखा है।