

सानिया अपने प्रेमी सागर के साथ हिमाचल प्रदेश के ऊना चली गई थी। जब परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने उन्हें खोज निकाला और दोनों की पिटाई की। इसके बाद सानिया को गांव लाकर नलकूप पर बंधक बनाया गया और 23 जुलाई को उसकी हत्या कर दी गई। परिजनों ने शव को कब्रिस्तान में दबा दिया और ग्रामीणों को टीबी से मौत का बहाना बताया।
बागपत में ऑनर किलिंग
Bhagpat News: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के पलड़ा गांव में प्रेमी संग भागी सानिया की हत्या का दर्दनाक सच सामने आया है। प्रेम संबंध से नाराज़ परिजनों ने सानिया की गला दबाकर हत्या कर दी। मामले में ताऊ, चचेरा भाई और एक नाबालिग आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, जबकि पांच अन्य फरार हैं। घटना प्रेम प्रसंग को लेकर ‘ऑनर किलिंग’ का खौफनाक उदाहरण है। यह मामला जिले में हालिया वर्षों में बढ़ती ऐसी घटनाओं की कड़ी में एक और नाम जोड़ता है।
प्यार की सजा मिली मौत
15 जुलाई को पलड़ा गांव की सानिया अपने प्रेमी सागर के साथ हिमाचल प्रदेश के ऊना चली गई थी। जब परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने उन्हें खोज निकाला और दोनों की पिटाई की। इसके बाद सानिया को गांव लाकर नलकूप पर बंधक बनाया गया और 23 जुलाई को उसकी हत्या कर दी गई। परिजनों ने शव को कब्रिस्तान में दबा दिया और ग्रामीणों को टीबी से मौत का बहाना बताया।
हत्या की दिल दहला देने वाली कहानी
पुलिस जांच में सामने आया कि सानिया के ताऊ मतलूब, चचेरा भाई सादिक और एक नाबालिग ने मिलकर उसकी हत्या की। नाबालिग ने उसके पैर पकड़े और मतलूब-सादिक ने मुंह और गला दबाकर सानिया को मार डाला। पुलिस के मुताबिक, घटना के समय सानिया के माता-पिता उसे बचाने की गुहार लगा रहे थे लेकिन आरोपियों ने नहीं सुनी।
पोस्टमार्टम से खुला राज
डीएम की अनुमति के बाद कब्रिस्तान से शव निकालकर दो डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। वीडियोग्राफी के साथ यह प्रक्रिया पूरी की गई। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट और आरोपी की स्वीकारोक्ति ने साबित कर दिया कि यह एक सोची-समझी हत्या थी।
कब्र में छिपा था कत्ल का राज
ताऊ मतलूब की निशानदेही पर कब्र की खुदाई कर शव को निकाला गया। इस दौरान पुलिस बल भारी संख्या में मौजूद था। ग्रामीणों की भीड़ घटनास्थल पर जुट गई थी। एसपी सूरज कुमार राय के अनुसार, तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पांच अन्य की तलाश की जा रही है।
हत्यारों को नहीं कोई पछतावा
पुलिस के अनुसार, मतलूब और सादिक को अपनी हरकत पर कोई पछतावा नहीं है। पूछताछ में उन्होंने कहा कि सानिया उनकी बात नहीं मान रही थी और सागर से शादी करना चाहती थी, इसलिए उसे मारना जरूरी लगा। उन्होंने यह भी कहा कि “गलती से सागर को छोड़ दिया, उसे भी मार देते तो अच्छा होता।”
बागपत में 'ऑनर किलिंग' के बढ़ते मामले
सानिया हत्याकांड बागपत जिले में सामने आया कोई पहला मामला नहीं है। पिछले एक साल में कई ऐसे उदाहरण सामने आए हैं, जहां प्रेम-प्रसंग के चलते युवाओं को मौत के घाट उतार दिया गया।
• निवाड़ा गांव (दिसंबर 2024): नाबालिग बहन की गला घोंटकर हत्या उसके भाई ने की।
• बिनौली (जनवरी 2025): प्रेमी संग भागी सुमन की दरांती से हत्या कर शव को खेत में दबा दिया गया।
• जोनमाना (मार्च 2025): बलराम और दृष्टि की फांसी लगाकर हत्या की गई।
• लुहारी (जून 2025): शिवानी की हत्या कर शव को यमुना में बहा दिया गया।