

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा-2023 आज (27 जुलाई) को प्रदेशभर के 75 जिलों में आयोजित की जा रही है। यह परीक्षा एक शिफ्ट में सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक होगी। पहले यह परीक्षा 2024 में आयोजित की जानी थी, लेकिन पेपर लीक के कारण इसे रद्द कर दिया गया था। अब परीक्षा को पारदर्शी और नकलमुक्त बनाने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी निगरानी और पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके साथ ही रेलवे ने परीक्षार्थियों के लिए स्पेशल ट्रेनें भी चलाईं हैं।
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स- गूगल)
Lucknow News: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) की प्रारंभिक परीक्षा-2023 आज (27 जुलाई) को आयोजित की जा रही है। यह परीक्षा प्रदेश भर के 75 जिलों में 2382 केंद्रों पर होगी। पहले यह परीक्षा 11 फरवरी 2024 को आयोजित की जानी थी, लेकिन पेपर लीक होने के कारण इसे रद्द कर दिया गया था। अब डेढ़ साल बाद परीक्षा के आयोजन के लिए आयोग ने सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं।
पेपर लीक के बाद फिर से परीक्षा का आयोजन
पिछले साल फरवरी में आयोजित होने वाली समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक होने की घटना सामने आई थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने परीक्षा को निरस्त कर दिया था। इसके बाद अब जब यह परीक्षा पुनः आयोजित हो रही है, तो आयोग ने परीक्षा की पारदर्शिता और निगरानी के लिए कई नए कदम उठाए हैं ताकि किसी भी तरह की धोखाधड़ी या पेपर लीक जैसी घटनाओं से बचा जा सके।
एक शिफ्ट में होगा परीक्षा का आयोजन
यह परीक्षा एक ही शिफ्ट में आयोजित होगी। परीक्षा का समय सुबह 9:30 बजे से लेकर दोपहर 12:30 बजे तक रहेगा। इस बार प्रदेश भर के 75 जिलों में 2382 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी। प्रयागराज जिले में 106 परीक्षा केंद्रों पर कुल 46,032 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठेंगे। यह परीक्षा मुख्य रूप से सिंगल शिफ्ट में आयोजित की जाएगी, जिससे छात्रों को एक सुविधाजनक और सुव्यवस्थित माहौल में परीक्षा देने का अवसर मिलेगा।
कड़ी सुरक्षा और निगरानी के इंतजाम
परीक्षा की पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आयोग ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। प्रयागराज के जिलाधिकारी (डीएम) रविंद्र कुमार मांदड़ ने रविवार को परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया और परीक्षा के लिए सभी तैयारियों को पूर्ण बताया। डीएम ने यह भी बताया कि हर परीक्षा केंद्र पर दो मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं, जो परीक्षा की निगरानी करेंगे।
इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी निगरानी आयोग द्वारा की जाएगी। सभी परीक्षा केंद्रों की गतिविधियों की निगरानी आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार की जाएगी। इसके साथ ही नकलविहीन और निष्पक्ष परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस, एलआईयू (खुफिया विभाग) और एसटीएफ (विशेष कार्य बल) की टीमों को भी तैनात किया गया है। पेपर लीक गिरोह के पुराने आरोपियों पर भी नजर रखी जा रही है।
रेलवे की विशेष ट्रेनें और हेल्प डेस्क की सुविधा
परीक्षार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। इससे विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में कोई परेशानी नहीं होगी। इसके अलावा, प्रतियोगी छात्रों के लिए हेल्प डेस्क भी बनाई गई है, जहां उन्हें परीक्षा से संबंधित सभी जानकारी दी जाएगी।
कंट्रोल रूम की निगरानी
डीएम ने बताया कि परीक्षा केंद्रों को कलेक्ट्रेट स्थित कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया गया है। सभी केंद्रों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जाएगी, और इनकी स्थिति और किसी भी तरह की समस्या की जानकारी तुरंत कंट्रोल रूम तक पहुंचाई जाएगी। इसके साथ ही यूपी लोक सेवा आयोग में एक वीडियो वॉल भी स्थापित किया गया है, जिससे थर्ड आई वॉच द्वारा परीक्षा की निगरानी की जाएगी।