

सावन के तीसरे रविवार को गोला उपनगर के पक्का घाट पर कांवरियों का भव्य स्वागत किया गया। श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में पवित्र स्नान कर जल भराकर शिवालयों की ओर प्रस्थान किया। नगर पंचायत ने कांवड़ यात्रा के सफल आयोजन के लिए घाट पर विशेष इंतजाम किए।
कांवड़ियों का हुआ स्वागत
Gorakhpur: सावन माह की पावन बेला पर गोरखपुर के गोला उपनगर का पक्का घाट एक बार फिर शिवभक्ति के रंग में रंग गया। रविवार की देर रात सरयू नदी के तट पर कांवरियों का सैलाब उमड़ पड़ा। दूर-दराज़ के गांवों, कस्बों और शहरों से आए श्रद्धालु डीजे की गूंज, जयकारों की आवाज और उत्साह के साथ घाट पर पहुंचे। उन्होंने सरयू नदी में पवित्र स्नान कर कांवर में जल भरकर "बोल बम" के जयघोष के साथ शिवालयों की ओर प्रस्थान किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, अनुअस्त घाट पर कांवड़ियों के स्वागत के लिए नगर पंचायत द्वारा विशेष इंतजाम किए गए। इस दौरान, घाट पर बांस की बैरिकेडिंग, रोशनी की व्यवस्था और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा गया था। कांवड़ियों को गहराई में जाने से रोकने के लिए सतर्कता बरती गई। वहीं, भाजपा जिला कोषाध्यक्ष शत्रुघ्न कसौधन के नेतृत्व में श्रद्धालुओं का पुष्पवर्षा और पैर धोकर अभूतपूर्व स्वागत किया गया। घाट पर शिवभक्तों के लिए जलपान और ठहराव की व्यवस्था भी की गई।
तिलक, पुष्पवर्षा और प्रसाद से हुआ स्वागत
इस अवसर पर वर्मा परिवार और उनके सहयोगियों द्वारा तीसरे रविवार को कांवड़ियों का परंपरागत रूप से तिलक, फूल बरसाकर और प्रसाद खिलाकर भव्य स्वागत किया गया। श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे प्रमुख लोगों में अशोक वर्मा, पवन कुमार वर्मा, राम पुरन गुप्ता, राम शब्द भारती, ओम प्रकाश वर्मा, गुलाब गुप्ता, आशीष सूर्य, दीपक जायसवाल, चंदन गुप्ता, विकास कसौधन, पीयूष वर्मा, प्रेम मौर्य, संजीत जायसवाल, डॉ. अशोक जायसवाल, डॉ. संजय जायसवाल, बजरंगी लाल निगम, बेचन वर्मा, सतीश कुमार उमर एडवोकेट समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
शिवालयों की ओर रवाना हुए श्रद्धालु
वहीं रविवार की देर रात से लेकर सोमवार तड़के तक कांवरियों के जत्थे सरयू जल से भरी कांवड़ लेकर जय शिव शंकर, बोल बम के जयकारों के साथ विभिन्न शिवालयों की ओर रवाना होते रहे। भक्तों में अद्वितीय ऊर्जा, आस्था और उल्लास देखने को मिला।
गोला का यह धार्मिक आयोजन न केवल श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक बना, बल्कि सामाजिक समर्पण और सेवा भाव की मिसाल भी प्रस्तुत किया। सावन के इस पुण्य मास में गोला उपनगर की धरती शिवभक्ति से गूंज उठी। भक्तों में गहरी आस्था, उल्लास और ऊर्जा की अनुभूति हुई, जिसने माहौल को और भी भक्तिमय बना दिया।