

उत्तर प्रदेश में 28 जुलाई से बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने पश्चिमी यूपी के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। 29 जुलाई से पूर्वी यूपी में भी मॉनसूनी गतिविधियां तेज होंगी। कई जिलों में बादलों की गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है।
मौसम अपडेट (Img: Google)
Lucknow: उत्तर प्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है और प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश से मौसम पूरी तरह बदल चुका है। रविवार, 28 जुलाई से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर तेज बारिश हो रही है और अगले 48 घंटों में बारिश का यह सिलसिला और भी तेज़ हो सकता है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम और जम्मू-कश्मीर पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से यह परिवर्तन हुआ है।
पश्चिमी यूपी में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने 28 और 29 जुलाई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, हापुड़, बुलंदशहर, मुरादाबाद, अमरोहा, अलीगढ़ और मथुरा जैसे जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। इन जिलों में बादलों की गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है।
विभाग ने बताया कि इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं 100 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हो सकती है, जिससे जलभराव, पेड़ गिरने और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही, तेज़ हवाओं के साथ बिजली गिरने की भी आशंका है, जिससे ग्रामीण इलाकों में सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
इस तारीख से बढ़ेंगी बारिश की गतिविधियां
आईएमडी के मुताबिक, 29 जुलाई से पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी मानसून रफ्तार पकड़ लेगा। गोरखपुर, वाराणसी, आजमगढ़, बलिया, बस्ती, देवरिया, मऊ, गाजीपुर, जौनपुर और आसपास के जिलों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। इससे किसानों को राहत मिल सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां अभी तक बारिश कम हुई थी।
बिजली गिरने का खतरा
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कई जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। खासकर एटा, हाथरस, कासगंज, आगरा, फिरोजाबाद, बदायूं और बरेली जैसे जिलों में नागरिकों से अपील की गई है कि वे खुले स्थानों से दूर रहें, पेड़ के नीचे शरण न लें और मोबाइल फोन का उपयोग खुले में न करें।
तापमान में गिरावट
लगातार बारिश के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और मौसम सुहावना बना हुआ है। इससे किसानों को भी राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि लगातार बारिश से धान और अन्य खरीफ फसलों को फायदा होगा। हालांकि, अधिक बारिश से जलभराव और खेतों में पानी रुकने की समस्या भी सामने आ सकती है। उत्तर प्रदेश में मौसम का यह बदलाव आने वाले दिनों में और गहराने की संभावना है। मौसम विभाग और प्रशासन की ओर से नागरिकों को सावधानी बरतने की अपील की गई है।