हिंदी
Muzaffarnagar के वसुंधरा रेजीडेंसी में सिलिंडर धमाके से हुए भीषण हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। आग और धुएं के बीच एक घंटे चले रेस्क्यू ने पूरे शहर को झकझोर दिया।
आग में सब तबाह
Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर शहर के सबसे पॉश इलाकों में गिने जाने वाले वसुंधरा रेजीडेंसी में शाम ठीक 4 बजकर 54 मिनट तक सबकुछ सामान्य था। मुख्य मार्ग पर वाहनों की आवाजाही, पैदल चलते लोग और रोजमर्रा की हलचल जारी थी। तभी अचानक एक जोरदार धमाके ने पूरे इलाके को हिला दिया। कुछ ही पलों में एक और धमाका हुआ और देखते ही देखते पॉश कॉलोनी चीख-पुकार, धुएं और आग की लपटों के बीच दहल उठी।
धमाके के बाद भगदड़ जैसे हालात
मुख्य मार्ग से सटे कानूनगो के मकान से आग की ऊंची लपटें उठती दिखीं तो लोग सहम गए। पहले किसी को कुछ समझ नहीं आया, लेकिन शीशे टूटने और धुएं के गुबार ने हालात साफ कर दिए। सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग को बुलाया गया। कुछ ही देर में सैकड़ों लोग मौके पर जुट गए। इसी दौरान कानूनगो की पत्नी ऋचा अपनी बेटियों के साथ वहां पहुंचीं, लेकिन लोगों ने उन्हें अंदर जाने से रोक लिया।
48 घंटे हो गए, लेकिन अभी तक नोएडा पुलिस खाली हाथ, आखिर कब होगा “सूटकेस हत्याकांड” का खुलासा?
तंग सीढ़ियां बनीं बड़ी बाधा
मकान के भीतर आग और धुआं तेजी से फैल चुका था। दूसरे तल तक पहुंचना मुश्किल हो गया। तंग सीढ़ियों और घने धुएं के कारण राहत कार्य में भारी परेशानी आई। दमकल विभाग को आग पर काबू पाने में करीब एक घंटे का वक्त लग गया। इस दौरान रेजीडेंसी में डर और बेचैनी का माहौल बना रहा।
घर के अंदर क्या हुआ था?
पुलिस जांच और परिजनों के बयान के अनुसार बुजुर्ग सुशीला बिस्तर पर लेटकर टीवी देख रही थीं। उनके बेटे अमित गौड़ और नितिन गौड़ एक कमरे में बैठे थे, जहां अंगीठी भी रखी हुई थी। आशंका है कि गैस सिलिंडर लीक होने के बाद आग लगी और पूरे मकान में फैल गई। दमकल कर्मियों को आग बुझाने के बाद सुशीला का शव बिस्तर पर ही मिला। माना जा रहा है कि धुएं और आग के कारण वह उठ नहीं सकीं।
मेरठ में एग्जाम देने तमंचा लेकर पहुंचा स्टूडेंट, पुलिस ने पकड़ा तो कहा- मैं मजबूर हूं साहब
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या बताया?
पड़ोसियों का कहना है कि कुछ अंतराल पर दो जोरदार धमाके हुए। मकान में तीन सिलिंडर रखे थे, जिनमें से दो के फटने की आशंका जताई जा रही है। धमाकों की आवाज दूर तक सुनी गई। आग से झुलसे पड़ोसी आदित्य राणा ने बताया कि वह मदद के लिए पहुंचे, लेकिन धुएं और लपटों के कारण अंदर नहीं जा सके।
पुलिस का बयान
एसएसपी संजय वर्मा ने बताया कि शुरुआती जांच में सिलिंडर फटना ही हादसे की वजह सामने आ रही है। एक सिलिंडर रसोई में और दूसरा बाथरूम में गीजर के पास रखा था। आग अंगीठी से लगी या किसी अन्य कारण से, इसकी जांच की जा रही है।