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कोडीन युक्त कफ सिरप तस्करी मामले में ईडी ने मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल को तीसरी बार तलब किया है। चार राज्यों में छापेमारी के दौरान सैकड़ों फर्जी फर्मों और हजारों करोड़ के संदिग्ध लेनदेन के सबूत मिले हैं।
कोडीन कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट पर ईडी की सख्ती
Lucknow: कोडीन युक्त कफ सिरप तस्करी के बड़े सिंडिकेट पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कसते हुए मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल को तीसरी बार तलब किया है। ईडी ने शुभम जायसवाल को 15 दिसंबर को लखनऊ स्थित अपने कार्यालय में पेश होने का निर्देश दिया है। इससे पहले ईडी 8 और 12 दिसंबर को भी समन जारी कर चुकी है, लेकिन शुभम जायसवाल दोनों बार पेश नहीं हुआ। अधिकारियों का कहना है कि यदि वह सोमवार को भी पेश नहीं होता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कफ सिरप तस्करी मामले में ईडी ने चार राज्यों में एक साथ बड़ी कार्रवाई की। शनिवार को सभी 25 ठिकानों पर चल रही छापेमारी पूरी हो गई। वाराणसी में स्थित शुभम जायसवाल के आवास पर भी ईडी की टीम ने लंबे समय तक जांच की, जिसके बाद टीम वहां से लौटी। इसके अलावा रांची, सहारनपुर और अहमदाबाद समेत कई शहरों में सिंडिकेट से जुड़े लोगों और कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई।
ईडी सूत्रों के मुताबिक, वाराणसी स्थित शुभम जायसवाल के घर के इंटीरियर डेकोरेशन पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। एजेंसी ने घर के इंटीरियर, फर्नीचर और अन्य महंगी वस्तुओं की लागत का आकलन करने के लिए वैल्यूअर की मदद ली है। ईडी को संदेह है कि यह संपत्ति अवैध कमाई से तैयार की गई है। जांच के तहत शुभम के रांची स्थित गोदाम पर भी छापा मारा गया, जहां से बड़े पैमाने पर दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद किए गए।
छापेमारी के दौरान ईडी को 189 फर्मों की जानकारी मिली है। शुरुआती जांच में इन सभी फर्मों को फर्जी बताया जा रहा है। ईडी का मानना है कि इन फर्मों के जरिए बड़े पैमाने पर अवैध लेनदेन कर कफ सिरप तस्करी से कमाए गए पैसों को घुमाया गया। एजेंसी इन फर्मों के बैंक खातों, लेनदेन और लाभार्थियों की जानकारी जुटा रही है।\
कोडीन कफ सिरप तस्करी (Img- Internet)
वाराणसी में शुभम जायसवाल के चार्टर्ड अकाउंटेंट विष्णु अग्रवाल के घर और दफ्तर पर भी ईडी ने छापेमारी की। यहां से 140 फर्मों से जुड़े दस्तावेज सामने आए हैं, जिनकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। वहीं सहारनपुर में विभोर राणा के घर और कार्यालय से 125 फर्मों की जानकारी मिली है। ईडी इन सभी फर्मों के जरिए हुए लेनदेन की गहन जांच कर रही है।
अहमदाबाद में आर्पिक फार्मा और उससे जुड़ी इधिका लाइफ साइंसेज पर भी ईडी की कार्रवाई पूरी हो चुकी है। जांच के दौरान इन कंपनियों के जरिए संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के सबूत मिले हैं। ईडी ने दोनों कंपनियों के डायरेक्टर्स के दो मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
यूपी का कफ सिरप कांड: ED का बड़ा एक्शन, 6 राज्यों में 25 ठिकानों पर छापेमारी
ईडी का दावा है कि इस पूरे कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट के जरिए करीब 1000 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की गई है। एजेंसी अब मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से मामले की जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों की संपत्तियों को अटैच करने की कार्रवाई भी की जा सकती है। शुभम जायसवाल की पेशी इस मामले में आगे की जांच के लिए बेहद अहम मानी जा रही है।