हिंदी
बदायूं के मोहल्ला चित्रांश नगर में एक अधेड़ व्यक्ति की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। घटना बुधवार को बरेली-कासगंज रेलमार्ग पर हुई। मृतक की पहचान 50 वर्षीय मुछई उर्फ नन्हे के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बदायूं में ट्रेन से कटकर अधेड़ की मौत
Budaun: यूपी के बदायूं के मोहल्ला चित्रांश नगर में बुधवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 50 वर्षीय मुछई उर्फ नन्हे की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। घटना बरेली-कासगंज रेलमार्ग पर घोंचा गांव के पास एक बंद रेलवे क्रॉसिंग से कुछ दूरी पर घटी।
मृतक की पहचान मुछई उर्फ नन्हे पुत्र नबी हसन निवासी उसहैत वार्ड संख्या चार के रूप में हुई है। वह मंगलवार को घर से मजदूरी करने की कहकर निकले थे, लेकिन जब वह देर रात तक वापस घर नहीं लौटे, तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। बुधवार को पुलिस ने उन्हें सूचना दी कि मुछई की मौत एक ट्रेन हादसे में हो गई।
मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर शव की पहचान की। इस दर्दनाक हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया। मुछई के एक छोटा बेटा है और घर की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं पर थी।
बदायूं दर्दनाक सड़क हादसा: बाइक ने 52 वर्षीय महिला को मारी जोरदार टक्कर, परिवार में मातम
घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मुछई उर्फ नन्हे हेडफोन लगाए हुए रेलवे लाइन पार कर रहे थे। उसी समय वहां से तेज रफ्तार से एक मालगाड़ी गुजर रही थी। हेडफोन की वजह से उन्हें ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी और वे उसकी चपेट में आ गए। इसके चलते उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस जांच में जुटी
मौत के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि यह हादसा सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के घोंचा गांव के पास हुआ।
इस घटना के बाद बदायूं पुलिस ने रेलवे अधिकारियों से भी संपर्क किया है और घटना की रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने कहा कि हादसे के कारणों का पूरी तरह से पता लगाया जा रहा है और जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
बदायूं में दबंगों का आतंक: घर में घुसकर महिला से मारपीट, कार्रवाई न होने पर SSP से न्याय की गुहार
मुछई उर्फ नन्हे के परिवार में पत्नी और एक छोटा बेटा है। परिजनों के मुताबिक, वह रोजाना मजदूरी की तलाश में घर से निकलते थे और आसपास रोजगार ढूंढने जाते थे। इस घटना ने उनके परिवार को तोड़ दिया है, क्योंकि नन्हे परिवार के मुख्य कर्ता-धर्ता थे।
परिजनों का कहना है कि उनका कोई विशेष दुश्मन नहीं था और न ही वे कोई गलत काम करने में शामिल थे। उनका परिवार पूरी तरह से नन्हे पर निर्भर था और अब उनके अचानक चले जाने से परिवार की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।