

आप नेता संजय सिंह ने शुभम द्विवेदी के घर पहुंचकर तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
आप नेता संजय सिंह ने मृतक शुभम द्विवेदी को दी श्रद्धांजलि
कानपुर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले में कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी शहीद हुए। उनके घर राज्यसभा सांसद और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह पहुंचे।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, संजय सिंह ने शुभम द्विवेदी के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। संजय सिंह ने शुभम की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा परिजनों के साथ मिलकर दुःख की इस घड़ी में उनका मनोबल बढ़ाने की कोशिश की।
संजय सिंह ने कहा...
संजय सिंह ने इस हमले को "दिल को दहला देने वाला" करार देते हुए कहा कि "जब किसी परिवार का बेटा या पति आतंकवाद के कारण शहीद होता है, तब उसका दर्द वही समझ सकता है जो इस त्रासदी से गुजरता है।" उन्होंने कहा कि शुभम का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
शुभम द्विवेदी को मिले शहीद का दर्जा
उन्होंने शुभम द्विवेदी को शहीद का दर्जा देने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि वे इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाएंगे और सरकार से मांग करेंगे कि शहीद के परिवार को उचित सम्मान और सहायता दी जाए।
“भारत ना झुका है ना झुकेगा”
संजय सिंह ने यह भी कहा कि शुभम ने गर्व से अपने धर्म को बताया और आतंकवादियों की मंशा देश को तोड़ने की थी, लेकिन भारत न पहले झुका है और न अब झुकेगा। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक में उन्होंने यह बात जोर देकर रखी है कि आतंकवाद के खिलाफ सबको एकजुट होकर खड़ा होना होगा।
सरकार की कार्यवाही का इंतजार
सुरक्षा व्यवस्था में चूक पर सवाल उठाते हुए संजय सिंह ने कहा कि जिस क्षेत्र में हमला हुआ, वह इलाका आमतौर पर बंद रहता है फिर भी पर्यटकों को निशाना बनाया गया, जो सुरक्षा में गंभीर खामी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के इतिहास में पर्यटकों को इस तरह से निशाना नहीं बनाया गया था और इसकी गंभीर जांच और कार्रवाई की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की ओर से घटना स्थल को लेकर दी गई जानकारी विरोधाभासी है, और अगर कोई चूक हुई है तो उसे सामने लाना जरूरी है।
आतंकवाद पर कड़ा रुख अपनाते हुए संजय सिंह ने कहा, "चाहे आतंकी POK में हों या पाकिस्तान में, जहां भी टेरर कैंप चल रहे हैं, वहां सरकार को ठोस कार्यवाही करनी चाहिए। यह केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा का सवाल है।