

वाराणसी के लोहता थाने की कोटवा चौकी पर तैनात सिपाही सुशील कुमार शुक्ला को सरकारी पिस्टल लेकर किशोर को धमकाने के आरोप में डीसीपी वरुणा ने निलंबित कर दिया है। घटना की जांच के बाद सिपाही पर सख्त कार्रवाई की गई है।
डीसीपी वरुणा ने सिपाही को किया सस्पेंड
Varanasi: वाराणसी के लोहता थाना क्षेत्र में कोटवा चौकी पर तैनात सिपाही सुशील कुमार शुक्ला का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वह सरकारी पिस्टल लेकर एक किशोर को धमका रहा है। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी वरुणा ने तत्काल जांच कराकर सिपाही को निलंबित कर दिया है। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद विभागीय कार्रवाई की सिफारिश भी की गई है।
किशोर ने बताई अपनी आपबीती, बताया धमकाने का पूरा घटनाक्रम
पीड़ित किशोर ने अपने बयान में बताया कि वह अपनी बहन के साथ देववाणी स्कूल से घर लौट रहा था। तभी कोटवा चौकी के सिपाही सुशील कुमार शुक्ला और एक अन्य सिपाही ने उन्हें रोका। जब उसने रोकने की वजह पूछी तो सिपाही ने उसकी बहन के बारे में सवाल किए और बिना कोई उचित कारण बताए पिस्टल निकाल ली। किशोर ने बताया कि सिपाही ने उन्हें धमकाया और फिर चौकी इंचार्ज को बुलाकर पुलिस चौकी ले गए। वहां किशोर के साथ मारपीट भी की गई और माफी मांगवाकर छोड़ा गया।
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तत्काल जांच के आदेश दिए गए
यह वीडियो वायरल होते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। डीसीपी वरुणा ने मामले की गहनता से जांच कराने के निर्देश दिए। जांच के दौरान किशोर के बयान के साथ ही अन्य साक्ष्यों को भी अहम माना गया। जांच में सिपाही की गलती पाई गई, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर विभागीय जांच के लिए भेजा गया। डीसीपी ने स्पष्ट किया कि किसी भी स्थिति में पुलिस कर्मी का इस तरह का व्यवहार स्वीकार्य नहीं है और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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पीड़ित परिवार की मांग
पीड़ित किशोर का परिवार पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहा है। वे चाहते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। वहीं, डीसीपी ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा और पूरे मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। प्रशासन ने भी कहा है कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए विशेष निगरानी बढ़ाई जाएगी और पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण में सुधार किया जाएगा।