

बाज़ार से लापता मासूम, थाना पिपराईच पुलिस ने इंसानियत और फर्ज़ का बेहतरीन नमूना पेश किया। बुधवार को बाजार से लापता हुई 12 वर्षीय बालिका को पुलिस टीम ने घंटों की मेहनत और चौकसी से खोज निकालते हुए सकुशल परिजनों को सौंप दिया।
गोरखपुर पुलिस ने दिखाई फुर्ती
Gorakhpur: थाना पिपराईच पुलिस ने इंसानियत और फर्ज़ का बेहतरीन नमूना पेश किया। बुधवार को बाजार से लापता हुई 12 वर्षीय बालिका को पुलिस टीम ने घंटों की मेहनत और चौकसी से खोज निकालते हुए सकुशल परिजनों को सौंप दिया। इस कार्रवाई ने एक बार फिर गोरखपुर पुलिस की सतर्कता और मिशन शक्ति टीम की सक्रियता को सामने ला दिया है।
घटना 24 सितंबर की है। थाना पिपराईच क्षेत्र की एक महिला ने घबराए हुए स्वर में पुलिस को सूचना दी कि उनकी नाबालिग पुत्री अचानक बाजार से गायब हो गई है। यह खबर मिलते ही परिवार पर दुख और चिंता का पहाड़ टूट पड़ा। लेकिन पुलिस ने तुरंत मामले की गंभीरता को समझते हुए हरकत में आ गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर के निर्देश, पुलिस अधीक्षक उत्तरी के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी चौरीचौरा के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक पिपराईच ने विशेष टीम गठित की। उपनिरीक्षक विकास साहू के साथ मिशन शक्ति टीम की महिला उपनिरीक्षक अर्चना भारती और दीपिका को तलाश में लगाया गया।
पुलिस ने बिना समय गंवाए बाजार, चौराहों और संदिग्ध ठिकानों पर सघन तलाशी शुरू की। राहगीरों और दुकानदारों से जानकारी जुटाई गई, हर शक को बारीकी से परखा गया। पुलिस की कोशिशें रंग लाईं और आखिरकार मासूम बच्ची सकुशल बरामद कर ली गई।
बालिका के मिलते ही परिजनों की आंखों में आंसू छलक पड़े। बच्ची को सुरक्षित पाकर मां-बाप ने राहत की सांस ली और पुलिस टीम को धन्यवाद दिया। पूरे मोहल्ले में भी इस संवेदनशील कार्रवाई की खूब सराहना हो रही है।
गोरखपुर पुलिस का यह प्रयास सिर्फ एक बच्ची की घर वापसी भर नहीं, बल्कि समाज के लिए एक भरोसे का संदेश है—“पुलिस हमेशा मुसीबत की घड़ी में आपके साथ है।” मिशन शक्ति अभियान के तहत महिला और बाल सुरक्षा को लेकर पुलिस का यह कदम निश्चय ही अनुकरणीय मिसाल है।