

डाइनामाइट न्यूज़ एक बड़ी प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से आ रही है। यहां पर पुलिसिया लापरवाही की पोल खुली है। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट…
वाराणसी: काफी हो-हल्ला मचाया था योगी सरकार ने जब वाराणसी को कमिश्नरेट बनाया गया था, खूब मीडिया में प्रचारित किया गया, यह होगा-वह होगा। ऐसे कानून व्यवस्था चुस्त दुरुस्त होगी लेकिन यह क्या हुआ। 2 साल 5 महीने बाद ही वाराणसी कमिश्नरेट की पोल खुल गई है। वाराणसी में क्राइम बढ़ गया है। इसके साथ ही योगी की हाई-फाई पुलिस भी अपराध की क्षेणी में आ गई है।
16 पुलिसकर्मियों को किया निलंबित
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनमुसार, पुलिस कमिश्नरेट ने रात्रिकालीन गश्त में लापरवाही बरतने के कारण 16 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। यह निर्णय पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने रविवार की रात आयोजित क्राइम मीटिंग के दौरान लिया। निलंबित दरोगाओं में 11, मुख्य आरक्षियों में 3 और आरक्षियों में 2 शामिल हैं।
निलंबित पुलिसकर्मियों की सूची
इस कार्रवाई में 11 दरोगा, तीन मुख्य आरक्षी और दो आरक्षी शामिल हैं। इनमें से सबसे अधिक पांच दरोगा लालपुर पांडेयपुर थाने में तैनात थे।
दरोगा: प्रवीण सचान (शिवपुर), आकाश सिंह (शिवपुर), आलोक कुमार (कैंट), योगेंद्र नाथ मिश्रा (कैंट), अजय त्यागी (मंडुवाडीह), विश्वास चौहान (लोहता), चंद्रेश प्रसाद (लालपुर पांडेयपुर), अमृत राज, किशन सोनी, सैंकी प्रसाद, मनीष कुमार चौधरी
मुख्य आरक्षी: अखिलेश यादव, राम कुमार सिंह, मनीष श्रीवास्तव (कैंट थाना)
आरक्षी: रामचंद्र (दशाश्वमेध), मनीष कुमार तिवारी (लालपुर पांडेयपुर)
लापरवाही का कारण
पुलिस आयुक्त की टीम द्वारा की गई चेकिंग के दौरान इन पुलिसकर्मियों की रात्रिकालीन गश्त में उपस्थिति न होने की लापरवाही सामने आई। इससे यह स्पष्ट हुआ कि ये पुलिसकर्मी अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाने में असफल रहे।