

शिवसेना (उद्धव गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने एशिया कप 2025 में संभावित भारत-पाकिस्तान मैच के सीधा प्रसारण पर बैन लगाने की मांग की है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखते हुए कहा कि यह मैच राष्ट्रीय भावना और आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख के खिलाफ है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने IND vs PAK मैच रद्द करने कहा (Img: Internet)
Mumbai: एशिया कप 2025 का आगाज 9 सितंबर से होना है, लेकिन क्रिकेट के इस महामुकाबले से पहले ही भारत बनाम पाकिस्तान मैच राजनीति के घेरे में आ गया है। इस हाई-वोल्टेज भिड़ंत ने मैदान से पहले संसद और सरकार के गलियारों में गर्मी बढ़ा दी है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मुकाबले को लेकर तीखी आपत्ति जताते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने राष्ट्रीय भावना और आतंकवाद विरोधी नीति का हवाला देते हुए मैच रद्द करने और इसके सीधा प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है। चतुर्वेदी का कहना है कि ऐसे समय में पाकिस्तान से खेल संबंध रखना देशभक्ति का अपमान है और सरकार को “भारत प्रथम” की नीति पर अडिग रहना चाहिए।
प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने पत्र में हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि देश अभी तक उस त्रासदी से उबरा नहीं है। उन्होंने कहा कि जब भारत सरकार "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाए हुए है, तब पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच की मेज़बानी और उसका सीधा प्रसारण नैतिक रूप से अस्वीकार्य है।
India is outraged, Indians have stood with the government in its efforts via Operation Sindoor and PM’s clarion call of the Operation Sindoor being ongoing, any engagement with Pakistan would be a betrayal of this support.
Hope to see you take India First stance and do what the… pic.twitter.com/eigvTmyVq2— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) August 22, 2025
उन्होंने आरोप लगाया कि बीसीसीआई और खेल मंत्रालय पाकिस्तान के खिलाफ मैच को बढ़ावा दे रहे हैं, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति के खिलाफ जाता है। उन्होंने कहा कि यह कदम "खेल भावना की आड़ में नैतिक साहस की कमी" को दर्शाता है। उन्होंने दुनिया भर के उदाहरणों का जिक्र किया जहां राष्ट्रों ने खेलों के ऊपर सिद्धांतों को तरजीह दी है, जैसे रंगभेद के दौरान दक्षिण अफ्रीका का बहिष्कार या ओलंपिक बहिष्कार।
प्रियंका ने इस संभावित मैच को “खून की कमाई” और “अभिशापित धन” की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई यदि इस मैच से कमाई करता है, तो यह उन सैनिकों और नागरिकों के बलिदान का अपमान होगा, जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ अपने प्राण गंवाए।
अपने पत्र के अंत में उन्होंने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को चाहिए कि वह ओटीटी प्लेटफॉर्म, वेबसाइट और ऐप्स को भारत-पाकिस्तान मैच का सीधा प्रसारण करने से रोके। उन्होंने जोर दिया कि “भारत प्रथम” की नीति के तहत यह कदम जरूरी है, और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में यह कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रियंका चतुर्वेदी का कहना है कि सरकार को ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे देश की जनता की भावना आहत हो और देशभक्ति को व्यापार में बदला जाए। उन्होंने यह अपील की कि सरकार जनता के साथ खड़ी हो, न कि ऐसे मैचों के प्रसारण की अनुमति देकर भावनाओं का दोहन करे।