

एफसी पोर्टो और मुंबई सिटी एफसी के पूर्व कोच जॉर्ज कोस्टा का 53 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें मंगलवार सुबह अस्वस्थ महसूस होने पर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनका निधन हो गया है।
जॉर्ज कोस्टा (सोर्स- एक्स)
New Delhi: एफसी पोर्टो और मुंबई सिटी एफसी के पूर्व कोच जॉर्ज कोस्टा का मंगलवार दोपहर 53 वर्ष की आयु में हृदय गति रुकने से निधन हो गया। एफसी पोर्टो ने यह जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। रिपोर्ट के अनुसार, कोस्टा को मंगलवार सुबह क्लब के ओलिवल प्रशिक्षण परिसर में अस्वस्थ महसूस हुआ, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। गंभीर हालत में भर्ती किए जाने के कुछ ही समय बाद डॉक्टरों ने उनके निधन की पुष्टि कर दी।
फुटबॉल जगत में 'बीस्ट' के नाम से पहचाने जाने वाले जॉर्ज कोस्टा के निधन से प्रशंसकों और क्लबों के बीच शोक की लहर दौड़ गई। एफसी पोर्टो ने अपने आधिकारिक बयान में गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, "क्लब के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति के निधन पर हम अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं। मैदान के भीतर और बाहर, जॉर्ज कोस्टा ने हमेशा एफसी पोर्टो के समर्पण, नेतृत्व, जुनून और जीत की भावना को दर्शाया।" क्लब ने आगे लिखा, "आपकी विरासत हमारे दिलों में हमेशा जीवित रहेगी। आपको कभी नहीं भुलाया जाएगा, कप्तान।"
जॉर्ज कोस्टा ने 2018 से 2020 के बीच दो सीज़न के लिए इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में मुंबई सिटी एफसी के कोच के रूप में काम किया। उनके मार्गदर्शन में टीम ने क्रमशः तीसरे और पांचवें स्थान पर रहते हुए अच्छा प्रदर्शन किया। कोस्टा की रणनीति, अनुशासन और नेतृत्व के लिए उन्हें भारतीय फुटबॉल में भी सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।
We are deeply saddened by the passing of our former Head Coach, Jorge Costa.
A leader, a fighter, and a true part of the Mumbai City family, Jorge was at the helm between 2018 and 2020.
Our thoughts and prayers are with his loved ones during this difficult time.
Rest in… pic.twitter.com/cqZHRt5x6O
— Mumbai City FC (@MumbaiCityFC) August 5, 2025
एक फुटबॉलर के रूप में जॉर्ज कोस्टा का करियर बेहद प्रभावशाली रहा। उन्होंने कुल 530 पेशेवर मैच खेले, जिनमें से 383 मुकाबले एफसी पोर्टो के लिए थे। कोस्टा ने क्लब के साथ 2003 में यूईएफए कप और 2004 में प्रतिष्ठित यूईएफए चैंपियंस लीग का खिताब जीता। इसके अलावा, उन्होंने आठ बार पुर्तगाल की लीग खिताब भी अपने नाम किए। उन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिए भी 50 मुकाबले खेले और दो गोल किए।
फुटबॉल जगत ने एक समर्पित खिलाड़ी, प्रभावशाली कोच और प्रेरणादायक कप्तान को खो दिया है। जॉर्ज कोस्टा की यादें और उनका योगदान फुटबॉल प्रेमियों के दिलों में सदैव जीवित रहेंगे।