

पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर विवादित फैसले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मोहम्मद सिराज के इंग्लैंड के खिलाफ पांचों टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन को उदाहरण देते हुए कहा कि खिलाड़ियों को दर्द और तकलीफ को भूलकर देश के लिए खेलना चाहिए।
वर्कलोड मैनेजमेंट गावस्कर का बयान (सोर्स- सोशल मीडिया)
New Delhi: टीम इंडिया के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को वर्कलोड मैनेजमेंट की वजह से इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में केवल तीन मैच खेलने का मौका मिला। खासकर ओवल में खेले गए आखिरी टेस्ट से बाहर रहने पर कई पूर्व क्रिकेटर और विशेषज्ञों ने इस फैसले की आलोचना की। इस मामले में अब पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज और कप्तान सुनील गावस्कर भी सामने आए हैं और उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी बेबाक राय दी है, जो भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के बीच चर्चा का विषय बन गई है।
सुनील गावस्कर ने वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ मोहम्मद सिराज के लगातार शानदार प्रदर्शन ने इस शब्द को भारतीय क्रिकेट से हमेशा के लिए दूर कर देना चाहिए। गावस्कर ने सिराज की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने पूरे मनोबल और जुनून के साथ पांचों टेस्ट मैच खेले, कुल 185.3 ओवर फेंके और 23 महत्वपूर्ण विकेट लिए। उन्होंने टीम के लिए समर्पण और फाइटिंग स्पिरिट का एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया।
गावस्कर ने बुमराह की आलोचना से खुद को अलग करते हुए बताया कि यह मामला चोट प्रबंधन से जुड़ा है। लेकिन साथ ही उन्होंने खिलाड़ियों से उम्मीद जताई कि वे खेलते हुए दर्द और तकलीफ को नजरअंदाज करें। उन्होंने कहा, "जब आप देश के लिए खेल रहे होते हैं तो कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए। क्या सीमा पर तैनात जवान ठंड की शिकायत करते हैं? ऋषभ पंत ने क्या दिखाया? पैर में फ्रैक्चर होने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और बल्लेबाजी की। यही भावना खिलाड़ियों में होनी चाहिए।"
गावस्कर ने कहा कि मोहम्मद सिराज ने जिस तरीके से लगातार 7-8 ओवर फेंके और पूरी मेहनत से गेंदबाजी की, उससे स्पष्ट हुआ कि वर्कलोड मैनेजमेंट की जरूरत सिर्फ बहाने बनाना हो सकता है। उन्होंने बताया कि कप्तान और देश दोनों ही उनसे निरंतर यही उम्मीद रखते हैं कि वे पूरी ताकत और मेहनत से खेलें। सिराज ने इस सीरीज में साबित कर दिया कि अगर खिलाड़ी सही मानसिकता और शारीरिक फिटनेस के साथ मैदान पर उतरें तो वर्कलोड को लेकर किसी भी तरह की बात जगह नहीं बना सकती।
जानकारी के लिए बता दें कि इंग्लैंड में टीम इंडिया का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। इस कमाल की सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने धमाल मचाया है, जिसकी वजह से टीम की हर तरफ जमकर तारीफ हो रही है। हालांकि, सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही, लेकिन टीम इंडिया के खेल ने महफिल लूट ली।