

इंग्लैंड दौरे के बाद भारतीय टीम अब एशिया कप 2025 की तैयारी करेगी, जिसमें जसप्रीत बुमराह की वापसी की पुष्टि हो गई है। वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते टी20 में लंबे ब्रेक पर चल रहे बुमराह 15 महीने बाद T20I फॉर्मेट में खेलते नजर आएंगे। गौतम गंभीर के कोच रहते यह उनका पहला बड़ा टूर्नामेंट होगा, और टीम इंडिया इस मौके को जीत में बदलना चाहेगी।
जसप्रीत बुमराह (सोर्स- सोशल मीडिया)
New Delhi: भारत का इंग्लैंड दौरा समाप्त हो चुका है। एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में 2-2 से ड्रॉ रही सीरीज के बाद अब टीम इंडिया को एक महीने का ब्रेक मिला है। खिलाड़ी अब आराम करेंगे और रीकवरी पर फोकस करेंगे। इसके बाद टीम इंडिया सीधे एशिया कप 2025 में हिस्सा लेगी, जिसकी शुरुआत 9 सितंबर से होगी। इस टूर्नामेंट से पहले भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए जसप्रीत बुमराह को लेकर बड़ी खुशखबरी आई है।
टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर के लिए यह एशिया कप एक महत्वपूर्ण अवसर होगा। बतौर कोच यह उनका पहला T20I टूर्नामेंट होगा और वह इसे जीतकर अपने कार्यकाल की मजबूत शुरुआत करना चाहेंगे। गंभीर का आक्रामक सोच और रणनीतिक नजरिया टीम में नया जोश भरने की उम्मीद कर रहा है।
इस टूर्नामेंट में सबसे बड़ी और राहत भरी खबर यह है कि जसप्रीत बुमराह की वापसी तय मानी जा रही है। बुमराह वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट में नहीं खेले थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें एशिया कप से भी ब्रेक देने की योजना थी, लेकिन अब एक मीडिया रिपोर्ट बताती है कि वह एशिया कप से वापसी करेंगे। हालांकि, कुछ दिन पहले ऐसी खबर थी कि वह इस टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे। उनकी मौजूदगी से कोच गंभीर को राहत मिल सकती है।
बुमराह ने आखिरी बार T20I फॉर्मेट में टी20 वर्ल्ड कप 2024 खेला था। उसके बाद से उन्होंने पिछले 15 महीनों में एक भी T20I मैच नहीं खेला है। फैंस उन्हें सफेद गेंद के फॉर्मेट में दोबारा देखने को बेकरार हैं। उनकी वापसी से टीम की गेंदबाज़ी यूनिट को जबरदस्त मजबूती मिलेगी, खासकर डेथ ओवर्स में।
बुमराह की पीठ की पुरानी चोट को देखते हुए बीसीसीआई बेहद सतर्क रणनीति अपना रहा है। इंग्लैंड दौरे पर भी उन्हें सीमित मैचों में खिलाया गया और पहले से ही तय कर लिया गया था कि वे सभी टेस्ट नहीं खेलेंगे। घरेलू टेस्ट मैचों में उनकी भागीदारी भी संदिग्ध है।
बुमराह की वापसी से एशिया कप के बाद की तैयारियों को भी मजबूती मिलेगी। ऑस्ट्रेलिया दौरा भारत के लिए अगली बड़ी चुनौती होगा, जहां सफेद गेंद की सीरीज में बुमराह की भूमिका फिर से अहम होगी। टीम मैनेजमेंट उन्हें T20 और ODI फॉर्मेट में लगातार बनाए रखना चाहता है।