

एशिया कप 2025 के सुपर ओवर में एक अनोखा वाकया सामने आया जब दासुन शनाका को रन आउट होने के बाद भी नॉट आउट करार दिया गया। मैदानी अंपायर ने उन्हें पहले कैच आउट दिया था, जिसे तीसरे अंपायर ने डीआरएस के बाद पलट दिया।
दासुन शनाका (Img: Internet)
Dubai: एशिया कप 2025 के हाई-वोल्टेज सुपर 4 मैच में भारत ने श्रीलंका को सुपर ओवर में हराकर जीत दर्ज की। यह टूर्नामेंट के इतिहास का पहला सुपर ओवर था जिसमें भारतीय टीम ने जीत हासिल की। लेकिन इस मैच के दौरान एक विवादित घटना ने सबका ध्यान खींचा।
सुपर ओवर की चौथी गेंद पर दासुन शनाका को रन आउट होना था, लेकिन अंपायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया, जिससे मैच के दौरान काफी हंगामा हुआ। साथ ही लोगों के दिमाग में आईसीसी के नियम को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए हैं।
दरअसल, अर्शदीप सिंह सुपर ओवर डालने आए थे, जहां दासुन शनाका रन आउट करार दिए गए थे क्योंकि विकेटकीपर संजू सैमसन ने उन्हें क्रीज से बाहर पकड़ लिया था। लेकिन इससे पहले मैदानी अंपायर ने शनाका को कैच आउट करार दिया था। श्रीलंका टीम ने इस फैसले पर डीआरएस लिया। तीसरे अंपायर ने रिप्ले में साफ देखा कि गेंद बल्ले को नहीं लगी थी, इसलिए कैच आउट का फैसला पलट दिया गया और शनाका को नॉट आउट घोषित किया गया।
Here is the full video Arshdeep Singh bowling in the super over.
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And in this you can see Sanju Samson's throw.
🔥🔥🇮🇳🇱🇰#INDvsSL pic.twitter.com/CY5huCsVoo— R (@RangeelaBab) September 26, 2025
यहां क्रिकेट का नियम बड़ी अहम भूमिका निभाता है। नियम 20.1.1.3 के अनुसार, जब भी कोई बल्लेबाज आउट होता है, तो उस समय गेंद को डेड माना जाता है। भले ही बाद में निर्णय को पलट दिया जाए, गेंद डेड ही रहती है। इसलिए, कैच आउट के फैसले के बाद गेंद डेड मानी गई, जिसके कारण रन आउट को अमान्य घोषित किया गया।
सुपर ओवर की चौथी गेंद पर दासुन शनाका ने बाई रन लेने की कोशिश की, लेकिन नॉन-स्ट्राइकर ने कोई प्रयास नहीं किया। उसी दौरान संजू सैमसन ने विकेट के पीछे से अंडरआर्म थ्रो किया, जो स्टंप्स पर लगा। शनाका क्रीज से बाहर थे, जिससे रन आउट होना तय लग रहा था। लेकिन क्योंकि गेंद पहले से डेड थी, इस रन आउट को मान्यता नहीं मिली।
मैदान पर अंपायर ने अर्शदीप की कैच आउट अपील खारिज की, लेकिन फिर मैच समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) के तहत इस फैसले को फिर से जांचा गया। टीवी रिप्ले में स्पष्ट हुआ कि गेंद बल्ले को नहीं लगी थी। इसलिए तीसरे अंपायर ने आउट का फैसला पलटकर शनाका को नॉट आउट दिया। हालांकि, अगली गेंद पर शनाका आउट हो गए।
ICC के नियम 3.7.1 और 20.1.1.3 स्पष्ट करते हैं कि जब आउट का फैसला दिया जाता है, तब गेंद को डेड माना जाता है, चाहे बाद में वह फैसला पलट भी दिया जाए। इसी कारण से रन आउट के फैसले को स्वीकार नहीं किया गया, क्योंकि कैच आउट निर्णय के साथ ही गेंद डेड हो चुकी थी। इस नियम ने मैच में अजीबोगरीब स्थिति पैदा कर दी, जो क्रिकेट फैंस के लिए एक दिलचस्प चर्चा बनी।