भ्रष्टाचार की सड़क पर बवाल, निचलौल सड़क घोटाले पर DM की फटकार, जाँच के लिए दौड़े जेई-एक्सईएन से नगरवासियों की तीखी झड़प

निचलौल कस्बे में पीडब्ल्यूडी द्वारा कराए जा रहे सड़क निर्माण में भारी भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को लेकर मामला लगातार गरमाता जा रहा है। शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान नगर के सैकड़ों आक्रोशित नागरिक जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा से मिलने पहुंचे और अधिशासी अभियंता (EXEN) व कनिष्ठ अभियंता (JE) की मिलीभगत से हो रहे सड़क निर्माण घोटाले की शिकायत की।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 19 July 2025, 7:06 PM IST
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Maharajganj/Nichlaul: निचलौल कस्बे में पीडब्ल्यूडी द्वारा कराए जा रहे सड़क निर्माण में भारी भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को लेकर मामला लगातार गरमाता जा रहा है। शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान नगर के सैकड़ों आक्रोशित नागरिक जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा से मिलने पहुंचे और अधिशासी अभियंता (EXEN) व कनिष्ठ अभियंता (JE) की मिलीभगत से हो रहे सड़क निर्माण घोटाले की शिकायत की।

नगरवासियों ने डीएम को बताया कि सड़क निर्माण कार्य में न केवल तकनीकी मानकों की अनदेखी की गई है, बल्कि जानबूझकर सड़क की चौड़ाई को कम दिखाकर सरकारी धन की लूट की जा रही है। इस घोटाले की गूंज डाइनामाइट न्यूज़ की खबर के बाद और तेज हो गई।

डीएम की फटकार के बाद पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता राजकुमार मिश्रा, जेई, एई और संबंधित ठेकेदार आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और निर्माणाधीन सड़क का निरीक्षण किया। लेकिन यहां उन्हें नगरवासियों के गुस्से का सामना करना पड़ा। सड़क की बदहाल स्थिति और घटिया निर्माण को लेकर JE और EXEN से तीखी बहस हो गई।

क्या है पूरा मामला?

निचलौल का मुख्य मार्ग वर्षों से बदहाल था। हाल ही में इसकी मरम्मत का कार्य प्रारंभ किया गया, लेकिन निर्माण शुरू होते ही भ्रष्टाचार की बू आने लगी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जहां सड़क की चौड़ाई 5 से 7 मीटर होनी चाहिए थी, वहां सिर्फ 3 मीटर की चौड़ाई का इस्टीमेट बनाकर काम शुरू किया गया। न तो कोई निर्धारित मानक अपनाए गए, न ही गुणवत्ता का ध्यान रखा गया।

स्थानीय नागरिकों ने बताया कि सड़क के निर्माण में इस्तेमाल की जा रही सामग्री बेहद घटिया है, जिससे अभी तक कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। जब लोगों ने कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाए, तो JE ने उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। इतना ही नहीं, पूरे निर्माण कार्य की निगरानी ठेकेदार के भरोसे छोड़ दी गई थी, किसी भी अधिकारी ने समय-समय पर निरीक्षण की जहमत नहीं उठाई।

क्या चाहते हैं नगरवासी?

निचलौल के नागरिकों की मांग है कि यह सड़क एक नाली से दूसरी नाली तक पूरी चौड़ाई में बनाई जाए, ताकि आमजन को राहत मिल सके और बार-बार होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। साथ ही, भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों और ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई की जाए।

अब देखना होगा कि क्या पीडब्ल्यूडी  सिर्फ निरीक्षण तक ही सीमित रहता है या भ्रष्टाचार में लिप्त जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई कर एक मिसाल कायम करता है। फिलहाल तो निचलौल की जनता जवाब मांग रही है।

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