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कैंची धाम में रविवार को बढ़ती भीड़ की आशंका के चलते प्रशासन ने ट्रैफिक रूट बदल दिया है। नैनीताल, ज्योलिकोट और भीमताल से आने वाले वाहनों को अलग-अलग पार्किंग में खड़ा किया जाएगा और यात्रियों को शटल सेवा से धाम भेजा जाएगा। भारी वाहनों के लिए भी नए डायवर्जन लागू होंगे।
Nainital: रविवार 7 दिसंबर को कैंची धाम के आसपास बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना के चलते पुलिस ने पहले ही ट्रैफिक प्लान बदल दिया है। भीड़ बढ़ने की आशंका को देखते हुए सुबह 8 बजे से निजी वाहनों और भारी वाहनों पर रोक लगा दी गई है। इसको देखते हुए डायवर्जन लागू कर दिए जाएंगे। नैनीताल और ज्योलिकोट की ओर से कैंची धाम पहुंचने वाले पर्यटकों के वाहनों को भवाली सैनिटोरियम में पार्क कराया जाएगा, जिसके बाद यात्रियों को शटल सेवा के जरिए धाम तक पहुंचाया जाएगा।
भीमताल से आने वाले श्रद्धालुओं का क्या होगा?
भीमताल की ओर से आने वाले पर्यटकों के वाहनों को विकास भवन भीमताल में रोका जाएगा और वहां से भी शटल सेवा के माध्यम से ही कैंची धाम की यात्रा कराई जाएगी। हल्द्वानी से पर्वतीय क्षेत्रों की ओर जाने वाले भारी वाहनों को भीमताल रोड से खुटानी की दिशा में डायवर्ट किया जाएगा, जहां से वे मुक्तेश्वर और रामगढ़ होकर आगे बढ़ेंगे। ज्योलिकोट मार्ग से आने वाले बड़े वाहनों को नैनी बैंड सैनिटोरियम बाईपास से तिरछाखेत और खुटानी की ओर भेजा जाएगा, जबकि जरूरत पड़ने पर उन्हें गेठिया क्षेत्र में रोककर भी रखा जा सकता है।
इन इलाकों से आने वाले वाहनों को भी मोड़ा जाएगा
अल्मोड़ा, रानीखेत और बागेश्वर की तरफ से हल्द्वानी आने वाले भारी वाहनों को क्वारब से रामगढ़, मुक्तेश्वर और खुटानी के रास्ते भीमताल की ओर डायवर्ट किया जाएगा या फिर ट्रैफिक सामान्य होने तक जिला सीमा पर रोका जाएगा। फलों, सब्जियों, गैस, दूध और ईंधन जैसे आवश्यकसेवाओं वाले वाहनों की आवाजाही पहले की तरह जारी रहेगी। प्रशासन का कहना है कि जैसे ही वाहनों का दबाव कम होगा, यातायात व्यवस्था फिर सामान्य कर दी जाएगी।