

चन्दौली में मझगाई गांव से लापता सात बच्चों को वनवासी और पुलिस ने मिलकर सुरक्षित बरामद किया। बच्चों के परिजन मजदूरी के लिए बाहर गए थे, जिसके बाद वे जंगल में भटक गए थे।
मझगाई गांव के सात लापता बच्चे मिले
Chandauli: मझगाई गांव से सोमवार की सुबह सात बच्चे लापता हो गए थे, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। बच्चों के परिजन मजदूरी के लिए गांव से बाहर गए थे और इसी दौरान बच्चे भुखे प्यासे घर से बाहर निकल पड़े। जंगल में भटकते हुए बच्चों का रास्ता खो गया। हालांकि, कड़ी मशक्कत के बाद प्रशासन ने बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया और राहत की सांस ली।
यह घटना नौगढ़ थाना क्षेत्र के मझगाई गांव की है, जहां बच्चों के लापता होने की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की। पुलिस, राजस्व और वन विभाग के संयुक्त प्रयासों से बच्चों की खोजी गई। बच्चों की तलाश के लिए नौगढ़ एसडीएम विकास मित्तल और सीओ नामेन्द्र की देखरेख में कई टीमों को भेजा गया।
घटनास्थल से करीब कुछ घंटों बाद, विशेश्वरपुर गांव में सभी सात बच्चों को रोते हुए देखा गया। गांव के एक वनवासी रामजी ने बच्चों को देखा और उनकी मदद की। बच्चों को अपने घर ले जाकर खाना खिलाया और उन्हें सुरक्षित रखा। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे।
भटकते सात बच्चों को पुलिस ने बचाया
एसडीएम विकास मित्तल ने बच्चों को टाफी और चॉकलेट देकर उन्हें घर भेजा। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि बच्चे अपने घर सुरक्षित लौटे और उनके परिवारवालों को राहत दी। एसडीएम ने बताया कि यह घटना पूरी तरह से अप्रत्याशित थी, लेकिन प्रशासन ने हर संभव प्रयास कर बच्चों को सुरक्षित बरामद किया।
Chandauli Crime: पारिवारिक कलह या कुछ और? बंद कमरे में युवक ने की आत्महत्या, परिजनों में मचा कोहराम
कुल मिलाकर यह घटना यह साबित करती है कि प्रशासन, पुलिस और वन विभाग का समन्वित प्रयास किसी भी आपात स्थिति में कैसे प्रभावी हो सकता है। बच्चों के सकुशल बरामद होने से न केवल उनके परिवार बल्कि प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने भी प्रशासन के साथ मिलकर मदद की।