टाइम टेबल के हिसाब से होगी संसद में चर्चा! तय हुई समय सीमा, जानें किस मुद्दे को मिलेगा कितना वक्त

संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया, जिससे लोकसभा की कार्यवाही बाधित रही। सरकार ने चर्चा के लिए सहमति जताई, और बिजनेस एडवाइजरी कमेटी ने इस मुद्दे पर लोकसभा में 16 घंटे और राज्यसभा में 9 घंटे की चर्चा तय की है। विपक्ष ने मांग की है कि चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री और प्रमुख मंत्री सदन में मौजूद रहें।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 22 July 2025, 9:44 AM IST
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New Delhi: संसद के मॉनसून सत्र का पहला दिन सोमवार से शुरू हुए विपक्ष के भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा की मांग को लेकर सदन में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। नतीजतन, लोकसभा की कार्यवाही बाधित रही। सरकार ने चर्चा के लिए तैयार होने की बात कही, लेकिन विपक्ष ने इसे लेकर असहमति जताई।

ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा

सत्र के पहले ही दिन लोकसभा में विपक्षी दलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। विपक्षी सांसदों का कहना था कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है और इस पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और रक्षा मंत्री ने सदन में बयान दिया कि सरकार चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। बावजूद इसके विपक्ष शांत नहीं हुआ और लोकसभा की कार्यवाही बाधित करनी पड़ी।

इस कमेटी ने तय किया समय

बाद में हुई बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के लिए लोकसभा में 16 घंटे और राज्यसभा में 9 घंटे का समय तय किया गया। यानी इस मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में कुल 25 घंटे तक बहस होगी। इसके अलावा, राष्ट्रीय खेल विधेयक पर 8 घंटे, मणिपुर बजट पर 2 घंटे और आयकर संशोधन विधेयक पर 12 घंटे की चर्चा भी निर्धारित की गई है।

ऑपरेशन सिंदूर पर कब होगी चर्चा

बिजनेस एडवाइजरी कमेटी के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा अगले हफ्ते संभव है। यह वही सैन्य अभियान है, जिसे लेकर देशभर में हाल ही में चर्चाएं तेज हुई थीं और जिस पर सरकार की रणनीति को लेकर विपक्ष जवाब मांग रहा है।

प्रधानमंत्री और मंत्री रहें मौजूद

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बैठक के बाद कहा कि सभी दलों की यह मांग रही कि जब ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हो, उस समय प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षा मंत्री सदन में मौजूद रहें। उनका कहना था कि ऐसे गंभीर मसले पर नेताओं की अनुपस्थिति संसद की गरिमा के खिलाफ होगी।

कांग्रेस ने सरकार पर लगाया आरोप

कांग्रेस संसदीय दल के डिप्टी लीडर गौरव गोगोई ने कहा कि कांग्रेस बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक से संतुष्ट नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा को लेकर गंभीर नहीं है। गोगोई ने यह भी कहा कि बैठक में चर्चा के लिए समय का स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया और न ही किसी ठोस आश्वासन की बात हुई। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि, "क्या वह देश के वीर जवानों को यह संदेश देना चाहती है कि उनकी कुर्बानी पर चर्चा भी जरूरी नहीं?"

अंतरिक्ष मिशन पर भी होगी चर्चा

BAC की बैठक में यह भी तय हुआ कि संसद में शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष मिशन और सफल वापसी पर भी चर्चा की जाएगी। यह मिशन भारत की अंतरिक्ष वैज्ञानिक क्षमताओं का प्रतीक है और इसके जरिये युवाओं को प्रेरित करने का अवसर माना जा रहा है।

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