TCS ने 12,261 नौकरियां खत्म की, क्या AI से IT सेक्टर में बढ़ रहा है नौकरी का खतरा?

TCS ने AI और बदलती बिजनेस डिमांड के कारण 12,261 नौकरियों में कटौती करने का फैसला लिया है। यह कंपनी की अब तक की सबसे बड़ी छंटनी है, जो मध्यम और वरिष्ठ स्तर के कर्मचारियों को प्रभावित करेगी।

Updated : 28 July 2025, 11:55 AM IST
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New Delhi: भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ (TCS) ने ऐलान किया है कि वह अपने कार्यबल में लगभग 12,261 कर्मचारियों की छंटनी करेगी। यह संख्या कंपनी के कुल कर्मचारियों का लगभग 2% है। यह अब तक की टीसीएस की सबसे बड़ी छंटनी है, जो मुख्य रूप से कंपनी के रणनीतिक बदलाव और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तथा स्वचालन (Automation) को अपनाने के चलते की जा रही है।

TCS ने 12,000 से अधिक नौकरियों में की कटौती,

टीसीएस के मुताबिक यह पुनर्गठन उनकी व्यावसायिक मांगों में आई अनिश्चितता और AI जैसे तकनीकी बदलावों के कारण जरूरी हो गया है। कंपनी का उद्देश्य इस छंटनी के जरिए खुद को भविष्य के लिए तैयार करना और एक ज्यादा मजबूत एवं तकनीकी रूप से सक्षम संगठन बनाना है।

टीसीएस के जून 2025 तक दुनिया भर में कुल 6.1 लाख से अधिक कर्मचारी थे। हाल के वर्षों में कंपनी ने समय-समय पर अपने कार्यबल का पुनर्गठन किया है। वित्त वर्ष 2015 में भी टीसीएस ने लगभग 3,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी, जो उस समय उसके कुल कर्मचारियों का लगभग 1% था। लेकिन इस बार की छंटनी, जो 12,261 कर्मचारियों पर प्रभाव डालेगी, कंपनी के इतिहास की सबसे बड़ी मानी जा रही है।

इस बार की छंटनी का सबसे ज्यादा असर मध्यम और वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों पर होगा। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि जिन कर्मचारियों की AI और ऑटोमेशन के तहत नई भूमिका में जगह नहीं होगी, उन्हें छंटनी की प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा।

कंपनी के इतिहास की सबसे बड़ी कटौती

टीसीएस के सीईओ के. कृतिवासन ने कर्मचारियों को भेजे गए एक ईमेल में कहा, यह पुनर्गठन कई मोर्चों पर रणनीतिक पहल है। यह बदलाव हमारी वृद्धि और विकास के लिए जरूरी है। हम अपने सहयोगियों पर पड़ने वाले प्रभाव को समझते हैं और उनकी सेवा के लिए उनका धन्यवाद करते हैं। हम इस बदलाव के दौरान उनका समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

TCS Job Cuts

TCS ने 2% स्टाफ निकाला (फोटो सोर्स-इंटरनेट)

एचएफएस रिसर्च के सीईओ फिल फर्श्ट ने बताया कि AI के प्रभाव से परंपरागत सेवा मॉडल कमजोर पड़ रहा है। कंपनियों को अपने कर्मचारियों की संख्या में संतुलन बनाए रखना पड़ रहा है ताकि वे बढ़ती प्रतिस्पर्धा और ग्राहक दबाव के बीच मार्जिन कायम रख सकें। वर्तमान में ग्राहक सौदों पर 20 से 30 प्रतिशत तक की कटौती की मांग कर रहे हैं, जिससे कंपनियों को लागत कम करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

क्या भविष्य में और नौकरियां खत्म होंगी?

यह छंटनी IT उद्योग में AI और ऑटोमेशन के बढ़ते प्रभाव का एक बड़ा उदाहरण है, जो आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र की रूपरेखा बदल सकता है।

टाटा समूह की अन्य कंपनियों ने भी समय-समय पर कर्मचारियों की संख्या में कटौती की है। उदाहरण के तौर पर, 2019 में टाटा स्टील ने अपने यूरोपीय ऑपरेशंस में 3,000 से अधिक नौकरियां खत्म की थीं। टाटा मोटर्स और अन्य समूह कंपनियां भी लागत कम करने और लाभ बढ़ाने के लिए इस तरह के कदम उठाती रही हैं।

टीसीएस की इस छंटनी से कंपनी के कर्मचारियों और पूरे IT सेक्टर पर गहरा असर पड़ेगा, क्योंकि यह संकेत है कि AI के युग में संगठनों को तेजी से बदलाव करने होंगे। हालांकि कंपनी ने छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों के लिए पुनः नियुक्ति और सहायता देने की भी बात कही है।

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