

सोनभद्र के कोन-विंढमगंज मार्ग पर सड़क से अचानक उठी आग की लपटों ने लोगों को चौंका दिया, पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई। रहस्यमयी आग का वीडियो वायरल, कारण अब तक बना रहस्य।
सड़क से अचानक उठी आग की लपटें
Sonbhadra: जनपद में एक रहस्यमय घटना ने लोगों को हैरान कर दिया। कोन-विंढमगंज मुख्य मार्ग पर स्थित एक अंग्रेजी शराब दुकान के पास सड़क से अचानक धुआं उठने लगा और कुछ ही सेकंड में वह धुआं आग की तेज लपटों में बदल गया। यह पूरी घटना करीब 9 सेकंड तक चली, जिसने राहगीरों और आस-पास के लोगों को सकते में डाल दिया। गनीमत रही कि इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, लेकिन घटना के बाद क्षेत्र में दहशत और जिज्ञासा का माहौल बन गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह पूरी घटना पास के सरोज वस्त्रालय में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि अचानक सड़क के एक हिस्से से धुआं उठता है और फिर कुछ ही पलों में उसमें आग लग जाती है। उस वक्त एक बाइक सवार घटनास्थल से गुजर रहा था, लेकिन धुआं देखकर वह सहम गया और तुरंत दिशा बदलकर रुक गया, जिससे वह हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गया।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए। आग की लपटें देखकर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। हालांकि आग स्वतः ही बुझ गई और स्थिति सामान्य हो गई, लेकिन लोगों में डर और उत्सुकता बनी रही। कई लोग इसे गैस रिसाव का मामला मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे किसी केमिकल रिएक्शन या भूगर्भीय गतिविधि से जोड़कर देख रहे हैं।
रहस्यभरी आग से दहला कोन
स्थानीय नागरिकों ने अपनी जिज्ञासा शांत करने के लिए उस स्थान की खुदाई भी की, जहां से आग निकली थी, लेकिन कोई ठोस कारण सामने नहीं आया। अब तक किसी भी सरकारी विभाग या प्रशासन की ओर से घटना के पीछे का कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है।
कोन क्षेत्र के निवासी सुरेंद्र यादव ने बताया, मैं दुकान पर था तभी लोगों की भीड़ सड़क की ओर भागती दिखी। जब पहुंचा तो आग बुझ चुकी थी, लेकिन वहां की गर्मी और जलन अब भी महसूस हो रही थी। वहीं स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि ऐसी घटना उन्होंने पहली बार देखी है और वे इसको लेकर चिंतित हैं।
घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई। वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और लोग तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं। कुछ इसे रहस्यमयी शक्ति, तो कुछ प्राकृतिक चेतावनी मान रहे हैं।
अब लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि मामले की वैज्ञानिक जांच कराई जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और जन-धन की हानि से बचा जा सके। भूगर्भ विभाग या आपदा प्रबंधन टीम को बुलाकर इसकी जांच कराना जरूरी बताया जा रहा है।