

चंदौली में अरविंद यादव की हत्या के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार रोक कर सरकार से 2 करोड़ मुआवजा और नौकरी की मांग की। घंटों चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद प्रशासन के आश्वासन पर हुआ अंतिम संस्कार।
मृतक का बेटा व बेटी ने प्रशासन से की मांग
Chandauli: जिले में अरविंद यादव उर्फ बिंदु की हत्या के बाद उपजा तनाव मंगलवार रात को उस समय और गहराता चला गया जब वाराणसी ट्रामा सेंटर में पोस्टमार्टम के बाद शव को पीड़ित के घर लाया गया। शव के घर पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया और परिजनों में कोहराम मच गया। इस दौरान भारी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई, जिससे हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने पांच स्थानों पर पुलिस बल के साथ पीएससी की तैनाती की। पीडीडीयू नगर तहसील के सीओ कृष्ण मुरारी शर्मा और एसडीएम अनुपम मिश्रा मौके पर मौजूद रहे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, घटना के बाद पीड़ित परिवार का गुस्सा साफ तौर पर फूट पड़ा। मृतक अरविंद यादव के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से साफ इनकार कर दिया और सरकार से दो करोड़ रुपये का मुआवजा तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग पर अड़ गए। इसके अलावा, परिवार ने हत्या के आरोपियों के एनकाउंटर की मांग भी रखी।
इस दौरान मौके पर पहुंचे मुगलसराय से भाजपा विधायक रमेश जायसवाल और पूर्व सपा सांसद रामकिशन यादव ने परिजनों से मुलाकात की और मामले को शांत करने का प्रयास किया। विधायक रमेश जायसवाल ने एसडीएम अनुपम मिश्रा के साथ मिलकर घंटों तक पीड़ित परिवार को समझाने की कोशिश की। परिजनों की भावनाएं बेहद आहत थीं और उनका कहना था कि जब तक उन्हें न्याय और सुरक्षा का भरोसा नहीं मिलेगा, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
रोते-बिलखते परिजन
सीओ पीडीडीयू नगर कृष्ण मुरारी शर्मा ने कहा, स्थिति को संवेदनशील मानते हुए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। परिजनों की मांगों को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। वहीं, एसडीएम अनुपम मिश्रा ने बताया, सरकार की ओर से मिलने वाली हर सुविधा पीड़ित परिवार को दी जाएगी। परिजनों को आश्वासन दिया गया है कि उन्हें न्याय अवश्य मिलेगा।
कई घंटे तक चले वार्तालाप के बाद आखिरकार जिला प्रशासन परिजनों को मनाने में सफल हुआ और भारी पुलिस सुरक्षा के बीच अरविंद यादव का अंतिम संस्कार वाराणसी के रामनगर गंगा घाट पर कराया गया।
मृतक का बेटा रोते हुए बोला, मेरे पापा को बेवजह मार डाला गया, हम बस न्याय चाहते हैं, ताकि किसी और के साथ ऐसा न हो। मृतक की बेटी ने भी भावुक स्वर में कहा, हमारी मांगें पूरी होनी चाहिए, तभी हमें सुकून मिलेगा। मृतक की मां ने गम में डूबी आवाज में कहा, मेरा बेटा चला गया, लेकिन उसका कातिल बचना नहीं चाहिए।
घटना के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है, और लोगों में आक्रोश साफ झलक रहा है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन अपने वादों को कितनी जल्दी पूरा करता है और पीड़ित परिवार को कितना न्याय दिला पाता है।