

लखनऊ के हजरतगंज इलाके में तीन युवकों ने 13 साल की दलित दिव्यांग किशोरी से गैंगरेप किया। पीड़िता की बड़ी बहन की शिकायत पर एफआईआर दर्ज हुई। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन से जांच कर रही है।
दलित दिव्यांग किशोरी से गैंगरेप (सोर्स- इंटरनेट)
Lucknow: राजधानी लखनऊ के सबसे व्यस्त और सुरक्षित माने जाने वाले हजरतगंज इलाके से मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक वारदात सामने आई है। जहां बीते दिन तीन युवकों ने 13 वर्षीय दलित दिव्यांग किशोरी को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाकर गैंगरेप किया।
पीड़ित की बहन ने दर्ज कराई शिकायत
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि घटना के बाद आरोपी किशोरी को उसके घर के पास छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने पीड़िता की बड़ी बहन की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है।
सोमवार रात की घटना
जानकारी के अनुसार, घटना सोमवार रात की है। पीड़िता के परिजन रोज की तरह खाना खाने के बाद सो गए थे। तभी पड़ोस में रहने वाले तीन युवक किशोरी को बहाने से घर से बाहर ले गए।
बारी-बारी किया दुष्कर्म
बताया जा रहा है कि तीनों ने सुनसान जगह पर उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया और फिर डराकर छोड़कर भाग गए। किशोरी मानसिक रूप से भी पूरी तरह स्वस्थ नहीं है, इस कारण वह डर के मारे किसी को कुछ नहीं बता सकी और चुपचाप आकर सो गई।
पीड़ित के बहन को हुई अनहोनी की आशंका
मंगलवार सुबह जब उसकी बड़ी बहन ने उसके कपड़ों पर खून के धब्बे और शरीर पर चोट के निशान देखे, तो उसे अनहोनी की आशंका हुई। उसने बहुत प्यार से जब किशोरी से बात की तो उसने रोते हुए आपबीती सुनाई। उसने तीनों आरोपियों की पहचान भी कर ली, जो उसके पड़ोस में ही रहते हैं।
एसीपी का बयान
इसके बाद बड़ी बहन उसे लेकर हजरतगंज थाने पहुंची और लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पीड़िता की मेडिकल जांच कराई और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए कई टीमों को लगाया गया है। उन्होंने बताया कि जिस रास्ते से किशोरी को ले जाने की बात कही गई है, वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर पीड़ित
पुलिस मोबाइल सर्विलांस की मदद भी ले रही है और घटना के समय क्षेत्र में एक्टिव मोबाइल नंबरों की जांच की जा रही है। पीड़िता जिन युवकों के नाम ले रही है, उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस का कहना है कि पीड़िता मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर है, जिससे वह स्पष्ट बयान नहीं दे पा रही है। हालांकि, कुछ संदिग्ध युवकों को चिन्हित किया गया है।
कानून व्यवस्था पर खड़े हुए सवाल
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि समाज के उस कड़वे सच को भी उजागर करती है जहां कमजोर तबके की बेटियों की सुरक्षा आज भी एक बड़ा सवाल बनी हुई है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।