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बिहार चुनाव के मद्देनजर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कानून-व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की बात की है। उन्होंने चुनावी प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाने के लिए सुरक्षा बलों को निर्देश दिए हैं। अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद सख्त कदम उठाए हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार
New Delhi: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कानून-व्यवस्था और मतदान सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चुनावों के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसक गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि वे जीरो टॉलरेंस पॉलिसी पर काम कर रहे हैं, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर मतदाता बिना किसी डर के अपने मताधिकार का उपयोग कर सके। उनका यह बयान मोकामा से जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह की दुलारचंद यादव हत्याकांड में गिरफ्तारी के बाद आया है।
ज्ञानेश कुमार ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग का प्राथमिक लक्ष्य शांतिपूर्ण, पारदर्शी, और निष्पक्ष चुनाव कराना है। इसके लिए सुरक्षा बलों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी संवेदनशील क्षेत्र में सतर्कता बढ़ाई जाए। चुनाव के दौरान हिंसा और अफवाहों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें यह सुनिश्चित करना है कि बिहार के प्रत्येक मतदाता को निश्कलंक और सुरक्षित मतदान का अवसर मिले।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार
मुख्य चुनाव आयुक्त ने राज्य के मतदाताओं से अपील की, “लोग निर्भय होकर मतदान करें, उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।” इसके तहत उन्होंने यह भी बताया कि प्रत्येक जिले में एक विशेष मॉनिटरिंग टीम बनाई गई है, जो मतदान से पहले और मतदान के दिन हालात पर नजर रखेगी। ये टीमें चुनावी क्षेत्रों की स्थिति का आकलन करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी प्रकार की हिंसा या अव्यवस्था की स्थिति पैदा न हो।
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मोकामा में जन सुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थक और पूर्व बाहुबली नेता दुलारचंद यादव की हत्या ने राज्य में चुनावी माहौल को गरमा दिया है। घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की, और चुनाव आयोग के निर्देश पर जदयू के प्रत्याशी अनंत सिंह को उनकी बेढ़ना मार्केट स्थित रहायश से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के दौरान इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
अनंत सिंह को कड़ी सुरक्षा के बीच पटना पुलिस लाइन लाया गया। चुनाव आयोग की सख्त निगरानी में यह कार्रवाई की गई, ताकि बिहार चुनाव में निष्पक्षता बनी रहे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद जिले में शांति बनाए रखने के लिए कई सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव इस बार दो चरणों में कराए जा रहे हैं। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को निर्धारित है। चुनाव आयोग ने सभी मतदान केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए राज्यों और जिलों के स्थानीय प्रशासन से मिलकर तैयारी की है। आयोग का कहना है कि चुनाव में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और सभी उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों से भी यही अपेक्षाएं की गई हैं कि वे चुनावी प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाए रखें।
चुनाव आयोग ने यह भी घोषणा की है कि इंटरनेट और सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों और गलत सूचनाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। किसी भी तरह की झूठी अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोगों से अपील की कि वे सामाजिक मीडिया पर प्रसारित होने वाली खबरों पर ध्यान न दें और केवल विश्वसनीय सूत्रों से ही जानकारी प्राप्त करें।
चुनाव आयोग के निर्देश पर, सुरक्षा बलों को सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्कता बनाए रखने का आदेश दिया गया है। वीवीपैट, EVM मशीनें, और मतदाता सत्यापन प्रक्रिया भी पूर्णतया पारदर्शी बनाई गई है। आयोग का कहना है कि किसी भी मतदाता को मतदान करने में कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए और सुरक्षा बल यह सुनिश्चित करेंगे कि मतदान केंद्रों के पास किसी प्रकार की हिंसा या दहशत न फैले।