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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फरार चल रहे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए जाने के बाद NIA ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। वह बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश, सिद्धू मूसेवाला केस और सलमान खान धमकी मामले सहित 18 से अधिक गंभीर अपराधों में वांछित है। कोर्ट ने अनमोल को 11 दिन की NIA कस्टडी में भेज दिया है।
अनमोल बिश्नोई
New Delhi: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई और कुख्यात अपराधी अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से डिपोर्ट किए जाने के बाद भारत में गिरफ्तार कर लिया गया है। 19 नवंबर को अनमोल को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और दिल्ली पुलिस की विशेष टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पकड़ा। गिरफ्तारी के तुरंत बाद उसे कड़े सुरक्षा घेरे में सीधे पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया, जहां अदालत ने गहन सुनवाई के बाद उसे 11 दिन की जांच एजेंसी कस्टडी में भेज दिया।
अनमोल बिश्नोई 2022 से अमेरिका में फर्जी पासपोर्ट के सहारे छिपा हुआ बताया जाता है। सुरक्षा एजेंसियों को लंबे समय से उसकी लोकेशन की तलाश थी, क्योंकि वह देश और विदेश में फैले गैंगस्टर नेटवर्क को रिमोट कंट्रोल की तरह संचालित कर रहा था। जांच में सामने आया है कि वह न केवल विदेश से अपने गैंग के गुर्गों को निर्देश देता था, बल्कि सक्रिय रूप से एक्सटॉर्शन रैकेट भी चला रहा था। पुलिस और NIA के अनुसार अनमोल के खिलाफ करीब 18 बड़े आपराधिक मामले दर्ज हैं। जिनमें हत्या, हत्या की साजिश, अपहरण, धमकी और वित्तीय वसूली के गंभीर आरोप शामिल हैं।
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अनमोल बिश्नोई पर NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश में मुख्य भूमिका निभाने का आरोप है। इसके अलावा वह पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या, बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट पर गोलीबारी और ऑनलाइन धमकी देने जैसी हाई-प्रोफाइल वारदातों से भी जुड़ा हुआ बताया जाता है।
पटियाला हाउस कोर्ट में उसकी पेशी के दौरान सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए और सुनवाई इन-कैमरा की गई। केवल सीमित लोगों को ही कोर्ट रूम में प्रवेश की अनुमति थी। अंदर मौजूद सूत्रों के अनुसार NIA ने अदालत को बताया कि अनमोल से कस्टोडियल पूछताछ अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि जांच में उसके खिलाफ 35 से ज्यादा हत्याओं व 20 से अधिक अपहरण और धमकी की घटनाओं से जुड़े सबूत सामने आए हैं।
NIA ने अदालत से कुल 15 दिन की कस्टडी की मांग की थी। जिससे वह उसके नेटवर्क, फंडिंग चैन, हथियार सप्लाई रूट और विदेश से संचालित हो रहे अपराध सिंडिकेट की जमीनी सच्चाई तक पहुंच सके। एजेंसी का कहना है कि अनमोल के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन बहुत मजबूत हैं और वह फर्जी दस्तावेजों की मदद से लंबे समय से अपनी असली पहचान छिपाता रहा है। उसके पास दो भारतीय पासपोर्ट मिलने की बात भी NIA ने कोर्ट में रखी, जो बड़े पैमाने पर दस्तावेजी जालसाजी की ओर संकेत करता है।
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एजेंसी की रिमांड शीट में अनमोल के खिलाफ विस्तृत आरोप दर्ज हैं। जिनमें सिद्धू मूसेवाला का मर्डर प्लान, भारत में सक्रिय कई गैंगों को फंडिंग, हवाला चैनल के जरिए धन का लेनदेन, विदेशी हैंडलर्स से संपर्क और सोशल मीडिया के जरिये धमकी फैलाने जैसी गतिविधियां शामिल हैं। NIA का मानना है कि उसकी कस्टडी से पूछताछ के दौरान कई बड़े नाम, उसके साथियों के लोकेशन, हथियारों के स्रोत और अवैध पैसों के प्रवाह की पूरी श्रृंखला सामने आ सकती है।
डिपोर्ट होकर भारत पहुंचने के बाद अनमोल की गिरफ्तारी को सुरक्षा एजेंसियां एक बड़ी सफलता के रूप में देख रही हैं। माना जा रहा है कि इससे बिश्नोई गैंग के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क पर बड़ा असर पड़ेगा और कई लंबित मामलों की जांच में नई दिशा मिलेगी।