हिंदी
केन्द्रीय सतर्कता आयोग, भारत सरकार के निर्देशों के अनुरूप आयोजित त्रैमासिक सतर्कता जागरूकता अभियान–2025 का समापन मंगलवार को बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बीसीसीएल के सीएमडी मनोज कुमार अग्रवाल ने की।
सतर्कता सम्मान समारोह
नई दिल्ली: भारत कोकिल कोल लिमिटेड (BCCL) का त्रिमासिक सतर्कता जागरूकता अभियान का समापन बीसीसीएल मुख्यालय, कोयला भवन में ‘सम्मान समारोह’ के साथ समापन हुआ। 18 अगस्त से 17 नवम्बर 2025 तक चले इस व्यापक अभियान का समापन ‘सतर्कता सम्मान समारोह’ के साथ हुआ, जिसमें अभियान के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बीसीसीएल के सीएमडी मनोज कुमार अग्रवाल ने की।
समारोह की शुरुआत अतिथियों के स्वागत, भारत रत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण और कोल इंडिया गीत के साथ की गई। इसके बाद अभियान के दौरान की गई जागरूकता रैलियाँ, कार्यशालाएँ, निष्ठा संकल्प, डिजिटल नवाचार तथा प्रतियोगिताओं की झलक प्रस्तुत करती एक प्रेरक वीडियो दिखाया गया।
सीएमडी मनोज कुमार अग्रवाल ने विभागों के प्रयासों की सराहना करते हुए
अपने अध्यक्षीय संबोधन में सीएमडी मनोज कुमार अग्रवाल ने सभी विभागों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सतर्कता अभियानों का संदेश तभी सार्थक होता है जब हम उसे अपने दैनिक कार्य-व्यवहार में भी अपनाएँ। उन्होंने जोर दिया कि बीसीसीएल जैसी विशाल संस्था में सतर्कता, उत्पादन, गुणवत्ता और सुरक्षा के मानकों का प्रभावी अनुपालन अत्यंत आवश्यक है।
सीएमडी ने अधिकारियों और कर्मचारियों से पारदर्शिता, सत्यनिष्ठा और समयबद्ध कार्य निष्पादन को अपनी कार्यसंस्कृति का अनिवार्य हिस्सा बनाने का आह्वान किया।
त्रिमासिक सतर्कता जागरूकता अभियान की मीटिंग करते हुए
निदेशक (तकनीकी–परियोजना एवं योजना) श्री निलाद्री रॉय ने अपने संबोधन में कहा कि संस्थागत मजबूती और सतत् विकास के लिए प्रत्येक इकाई में नैतिकता आधारित कार्यसंस्कृति को व्यवहार में लाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि खनन कार्यक्षेत्र की विशालता को देखते हुए पारदर्शिता और सतर्कता का महत्व और बढ़ जाता है, इसलिए सभी स्तरों पर निष्ठापूर्ण प्रयास जरूरी हैं।
पुरस्कार देते सीएमडी मनोज कुमार अग्रवाल
मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री अमन राज ने बताया कि सतर्कता का अर्थ केवल भ्रष्टाचार रोकना नहीं, बल्कि यह आत्म-संयम, अनुशासन और नैतिक उत्तरदायित्व का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि संगठन में प्रत्येक निर्णय और क्रियान्वयन सामूहिक जवाबदेही को दर्शाता है, और जब सतर्कता व्यावसायिक आचरण का हिस्सा बनती है, तब वास्तविक सुशासन स्थापित होता है।
कार्यक्रम में त्रैमासिक अभियान के दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कई प्रतिभागियों और विभागों को सम्मानित किया गया।
समापन सत्र में सीवीओ अमन राज ने सीएमडी मनोज कुमार अग्रवाल एवं निदेशक निलाद्री रॉय को सरदार पटेल की प्रतिकृति व मोमेंटो भेंट किए। सीएमडी ने भी श्री अमन राज को स्मृति-चिह्न प्रदान कर उनके योगदान की सराहना की।
समारोह में निदेशक (तकनीकी–परियोजना एवं योजना) श्री निलाद्री रॉय, मुख्य सतर्कता अधिकारी अमन राज, महाप्रबंधक (सतर्कता) सत्येन्द्र कुमार, महाप्रबंधक (प्रशासन) अर्पण घोष सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, क्षेत्रीय महाप्रबंधक, अधिकारी-कर्मचारी, क्षेत्रीय प्रतिनिधि और विजेता प्रतिभागी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।