कानपुर से दिल्ली बम ब्लास्ट का कनेक्शन, ‘लेडी टेररिस्ट’ डॉ. शाहीन ने क्यों डाला था इस जिले में डेरा?

दिल्ली ब्लास्ट केस में लेडी टेररिस्ट डॉ. शाहीन सईद के नेटवर्क को तोड़ने के लिए NIA व ATS ने कानपुर समेत कई जिलों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की। डॉक्टरों, मदरसों और विश्वविद्यालयों से जुड़े कई संदिग्ध संबंध अब जांच के घेरे में हैं।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 19 November 2025, 7:25 PM IST
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Kanpur: दिल्ली ब्लास्ट मामले में मुख्य आरोपी मानी जा रही ‘लेडी टेररिस्ट’ डॉ. शाहीन सईद के नेटवर्क की तलाश में सुरक्षा एजेंसियों ने यूपी में बड़ा अभियान शुरू कर दिया है। शाहीन के संभावित मददगारों, उसके संपर्कों और फंडिंग के स्रोतों की जांच के लिए NIA और ATS की टीमों ने प्रदेशभर में कई ठिकानों पर छापेमारी की है। जांच का दायरा अब लगातार बढ़ता जा रहा है और मेडिकल सेक्टर से लेकर मदरसों तक हर स्तर पर खंगाला जा रहा है कि शाहीन किस-किस से संपर्क में थी।

कानपुर में 12 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी, संदिग्ध कार बरामद

कानपुर में ATS और NIA की संयुक्त टीमों ने 12 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान हितकारी नगर से हरियाणा नंबर की एक संदिग्ध कार भी जब्त की गई है। एजेंसियों का मानना है कि यह कार शाहीन के नेटवर्क द्वारा इस्तेमाल की जाती थी। कार की फॉरेंसिक जांच के लिए विशेषज्ञों को भेजा गया है।

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इसके साथ ही एजेंसियों ने यह भी जांच शुरू कर दी है कि ब्लास्ट से 25 दिन पहले शाहीन कानपुर क्यों आई थी, उसके साथ कौन-कौन लोग मिले और उसने मेडिकल कॉलेज में किन डॉक्टरों के साथ संपर्क बढ़ाया था।

मेडिकल कॉलेज छोड़ने वाले 7 डॉक्टरों से पूछताछ

कानपुर के GSVM मेडिकल कॉलेज से बिना बताए गायब हुए 7 डॉक्टरों से भी पूछताछ की गई। एजेंसियों ने उनकी गतिविधियों, शाहीन से संबंध और अचानक नौकरी छोड़ने के कारणों पर सवाल किए। डॉक्टरों ने जवाब दिया कि कम सैलरी और ज्यादा खर्च होने की वजह से नौकरी छोड़ी गई थी। ATS ने उनका बैकग्राउंड, मोबाइल डेटा और वित्तीय स्थिति की जांच भी शुरू कर दी है।

7 जिलों के मदरसों से मांगी विस्तृत जानकारी

ATS ने प्रयागराज, प्रतापगढ़, फतेहपुर, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट और महोबा के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को पत्र भेजकर सभी मदरसों से संबंधित विस्तृत रिकॉर्ड मांगा है। एजेंसियों को आशंका है कि शाहीन का नेटवर्क मदरसों में भी फैला हो सकता है या वहां से लॉजिस्टिक समर्थन मिला हो।

परिवार, रिश्तेदार और संपर्कों पर शिकंजा

शाहीन के भाई परवेज के ससुराल वालों से भी एजेंसियों ने पूछताछ की है। इस जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि परवेज को लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में नौकरी शाहीन के रेफरेंस से मिली थी।

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इसी तरह, मड़ियांव में परवेज को मकान दिलाने में तमीम नामक व्यक्ति का रोल सामने आया है। इस ‘तमीम’ के बारे में एजेंसियां अब अलग से डोजियर तैयार कर रही हैं, क्योंकि कई नियुक्तियों और फैसलों में उसका नाम रेफरेंस के तौर पर दर्ज मिला है।

UP में अब तक 5 डॉक्टर पकड़े जा चुके

दिल्ली ब्लास्ट के बाद यूपी में अब तक 5 डॉक्टरों को हिरासत में लिया जा चुका है। सबसे पहले सहारनपुर के डॉ. आदिल को पकड़ा गया। फिर लखनऊ की डॉ. शाहीन सईद और उसके भाई परवेज को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद कानपुर हार्ट डिजीज इंस्टीट्यूट के डॉ. आरिफ को हिरासत में लिया गया। हापुड़ के GS मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर फारुख से पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। एजेंसियों की रिपोर्ट मानें तो शाहीन एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा थी, जिसका दायरा मेडिकल शिक्षा से लेकर मदरसों और सोशल सर्विस तक फैला हुआ हो सकता है।

जांच का दायरा अब और बढ़ेगा

एजेंसियां अब शाहीन के बैंक रिकॉर्ड, ई-मेल, पासपोर्ट, यात्रा इतिहास और डिजिटल डेटा की विस्तृत फॉरेंसिक जांच कर रही हैं। NIA का कहना है कि आने वाले दिनों में बड़े खुलासे हो सकते हैं और कुछ और गिरफ्तारियां भी संभव हैं।

Location : 
  • Kanpur

Published : 
  • 19 November 2025, 7:25 PM IST