

सरकार ने राज्य में एक बड़ा फैसला लिया है। राजधानी रायपुर में इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज पर
रायरपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में नई शराब दुकानें खोलने का फैसला किया है। राजधानी रायपुर में इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। रायपुर के टिकरापारा पुलिस ग्राउंड के सामने शराब दुकान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शराब उत्सव मनाया।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, वे शराब दुकान के बाहर बड़े ही धूमधाम से पहुंचे और शराब उत्सव का पोस्टर लगाकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान कांग्रेसियों ने शराब दुकान में शराब पी रहे शराबियों को मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों का मुखौटा पहनाकर और माला पहनाकर उनका सम्मान भी किया। उनकी आरती उतारी, तिलक लगाया और शराब के साथ उन्हें नाश्ता भी कराया।
क्या है पूरी खबर
कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि सरकार इस प्रदेश को शराब में डुबा देना चाहती है। भाजपा सरकार हर चीज का जश्न मनाती है। कभी स्कूल प्रवेश उत्सव तो कभी चावल उत्सव। भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ के शराबियों के लिए इतना कुछ किया है तो अब शराब उत्सव मनाना सही है। सरकार नई शराब दुकानें खोल रही है। उपाध्याय ने कहा कि सरकार शराब के दाम इसलिए कम कर रही है ताकि राज्य के ज्यादा से ज्यादा लोग शराब पी सकें और भाजपा सरकार इन कामों को उपलब्धि भी बताती है, इसीलिए हम सब उत्सव मना रहे हैं। पूर्व विधायक ने कहा कि हमने शराब प्रेमी सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्रियों का मुखौटा पहनाकर शराबियों को सम्मानित किया है। ताकि सरकार को कुछ शर्म आ सके।
कांग्रेस का बड़ा आरोप
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रही है। शराब के दाम कम करके ज्यादा से ज्यादा लोगों को नशे की लत में फंसाया जा रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में युवा हैं। कांग्रेस का आरोप है कि विष्णुदेव साय सरकार न तो प्रदेश के लोगों को शिक्षा दे पा रही है और न ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं।
गली-मोहल्ले में शराब की दुकानें
कांग्रेस का आरोप है, ''सरकार का मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों को शराब के नशे में डुबाना है, ताकि उन्हें सरकार की नाकामी नजर न आए।'' कांग्रेस ने कहा कि प्रदेश के हर गली-मोहल्ले में शराब की दुकानें खुल रही हैं, जिससे आम लोगों का जीना दूभर हो गया है। कई जगहों पर घनी आबादी वाले इलाकों में मंदिर, स्कूल, कॉलोनियों के बाहर शराब की दुकानें खोल दी गई हैं, जिससे लोगों को हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।