

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए IED ब्लास्ट में DRG का जवान हो गया, जबकि तीन जवान घायल हुए हैं। यह घटना भोपालपटनम थाना इलाके के नेशनल पार्क क्षेत्र के उल्लूर जंगल में हुई। जवान एंटी नक्सल अभियान पर निकले थे। घायल जवानों का इलाज जारी है।
प्रतिकात्मक तस्वीर (Img: Google)
Raipur: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने फिर से आतंकित करने वाली वारदात को अंजाम दिया है। बीजापुर के नेशनल पार्क क्षेत्र के उल्लूर जंगल में नक्सलियों द्वारा लगाए गए IED ब्लास्ट में DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) का एक जवान शहीद हो गया है जबकि तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घटना भोपालपटनम थाना इलाके की है जहां नक्सल विरोधी अभियान के तहत जवान सर्चिंग पर निकले थे।
सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान हुआ ब्लास्ट
जानकारी के मुताबिक, 17 अगस्त को DRG की टीम नेशनल पार्क इलाके में नक्सली गतिविधियों को रोकने के लिए सर्चिंग ऑपरेशन चला रही थी। इसी दौरान 18 अगस्त की सुबह उल्लूर घाटी के जंगल में नक्सलियों ने जमीन में छुपाया गया IED ब्लास्ट कर दिया। इस ब्लास्ट में दिनेश नाग नामक जवान शहीद हो गया। वहीं, तीन अन्य जवान घायल हुए हैं। घायल जवानों को प्राथमिक चिकित्सा के बाद बेहतर इलाज के लिए जगदलपुर रेफर किया जा सकता है।
बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यह हमला नक्सलियों की कायराना हरकत है, जो सर्चिंग पर निकले सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हैं। उन्होंने बताया कि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि ब्लास्ट प्रेशर डिवाइस था या कमांड स्विच से किया गया। पुलिस और सुरक्षा बल इस घटना की गहनता से जांच कर रहे हैं।
इलाके में बढ़ाई गई सुरक्षा
इस इलाके में नक्सली गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं, जिसके कारण सुरक्षाबलों की सतर्कता भी बढ़ाई गई है। बीजापुर जिले में नक्सलियों की ओर से कई बार ऐसे हमले हो चुके हैं, जिनमें सुरक्षाबलों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अधिकारियों ने कहा है कि वे क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिए जल्द ही कड़े कदम उठाएंगे ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
घायल जवानों की स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है और उन्हें मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए तैयारी की जा रही है। प्रशासन ने इलाके में सख्त सुरक्षा व्यवस्था कर दी है ताकि नक्सलियों के और हमलों को रोका जा सके। राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियां लगातार नक्सलवाद के खिलाफ अभियान चला रही हैं, लेकिन नक्सली अभी भी अपने कायराना हमलों को बंद नहीं कर रहे हैं।