

Hurun India Rich List 2025 के मुताबिक, भारत के ज्यादातर अरबपति और करोड़पति 10 ही राज्यों में रहते हैं। यह रिपोर्ट बताती है कि भारत की अधिकांश संपत्ति और दौलत कुछ चुनिंदा इलाकों में सिमट गई है। इन राज्यों में बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, बिजनेस के अवसर और रोजगार के कारण अमीरी का केंद्र बन गए हैं।
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2025
New Delhi: क्या आप जानते हैं कि भारत के ज्यादातर अरबपति और करोड़पति कहां रहते हैं? Hurun India Rich List 2025 के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश के अमीरों का अधिकांश हिस्सा सिर्फ 10 राज्यों में बसा हुआ है। इस रिपोर्ट ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भारत की अमीरी और दौलत कुछ खास शहरों और राज्यों में ही सिमटकर रह गई है।
Hurun India Rich List 2025 में खुलासा हुआ है कि भारत में अब 1,687 लोग ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है और इनमें से 358 अरबपति हैं। यह आंकड़ा इस बात की ओर इशारा करता है कि देश की संपत्ति का लगभग आधा हिस्सा इन अमीरों के पास है। हालांकि, जब इन आंकड़ों को गहराई से देखा गया, तो यह चौंकाने वाली बात सामने आई कि यह अमीरी केवल 10 राज्यों तक ही सीमित है।
महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक और गुजरात मिलकर भारत की आधे से ज्यादा संपत्ति अपने पास रखते हैं। इसके अलावा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा जैसे राज्य भी इस सूची में शामिल हैं। इन 10 राज्यों के पास देश की कुल 90% दौलत है। इसका मतलब साफ है कि भारत के ज्यादातर अरबपति और करोड़पति मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और अहमदाबाद जैसे महानगरों में रह रहे हैं।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र सबसे बड़ा उदाहरण है। केवल मुंबई में ही 548 लोग ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है। यह आंकड़ा देश के पूरे पूर्वी हिस्से की तुलना में भी अधिक है। इसके बाद दिल्ली में 223 लोग ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 1,000 करोड़ रुपये से अधिक है। बाकी अमीरों का मुख्यालय कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और तेलंगाना जैसे राज्यों में है।
असल में, ये राज्य अमीरों की संख्या में इसीलिए आगे हैं क्योंकि यहां बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, बिजनेस नेटवर्क और रोजगार के मौके मौजूद हैं। जब यहां निवेशक आकर्षित होते हैं और काम करने के अवसर बढ़ते हैं, तो अमीरों की संख्या में भी इजाफा होता है। इन क्षेत्रों में बड़ी इंडस्ट्रीज, मेट्रो शहरों और शिक्षा-स्वास्थ्य के अच्छे विकल्प हैं, जो लाखों लोगों को अपनी ओर खींचते हैं।
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Hurun India की यह रिपोर्ट केवल अमीरों की सूची नहीं है, बल्कि यह भारत के शहरी और आर्थिक विकास के पैटर्न को भी दर्शाती है। मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों में अब पैसों के साथ-साथ बढ़ती जनसंख्या और दबाव भी देखा जा रहा है। वहीं, छोटे शहरों में अब भी अवसरों की कमी है और यही वजह है कि वहां के लोग बड़े शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं।