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ट्रैफिक जाम पर अब गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। उपाध्यक्ष आनंद वर्धन ने कहा कि बिना पार्किंग सुविधा के कोई भी अस्पताल, अपार्टमेंट या दुकान नहीं चलेगी। नियम तोड़ने पर भवन सील करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
जीडीए की मीटिंग
Gorakhpur: शहर की सड़कों पर बढ़ते ट्रैफिक जाम और अव्यवस्था पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने सख्त रुख अपनाया है। जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्धन ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अब बिना पार्किंग व्यवस्था वाले किसी भी अस्पताल, अपार्टमेंट या व्यावसायिक प्रतिष्ठान को संचालन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
आनंद वर्धन ने चेतावनी दी कि कई अस्पताल और अपार्टमेंट अपने पार्किंग क्षेत्र को दुकानों या मेडिकल स्टोर्स में बदल चुके हैं, जो नियमों का गंभीर उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी निर्माणों को तुरंत बंद कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि हर अस्पताल संचालक यह सुनिश्चित करे कि मरीजों के पास पार्किंग रसीद हो। अगर किसी के पास रसीद नहीं है, तो डॉक्टर उन्हें देखने से इनकार करें।
गोरखपुर के सबसे व्यस्त इलाकों गोलघर, रेती, मोहद्दीपुर और बेतियाहाता में ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या बन चुका है। उपाध्यक्ष ने स्पष्ट कहा कि अब इन क्षेत्रों में सड़क किनारे वाहन खड़े करने, ठेला या खोमचा लगाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन होगा। उन्होंने नगर निगम और पुलिस विभाग को निर्देश दिया कि संयुक्त अभियान चलाकर सड़कों से सभी प्रकार के अतिक्रमणों को हटाया जाए।
आगामी छठ पर्व को देखते हुए भी जीडीए उपाध्यक्ष ने तैयारी का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों के पास सुव्यवस्थित पार्किंग स्थल बनाए जाएं और वहां यातायात व्यवस्था दुरुस्त रखी जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि छठ व्रत के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए। घाटों तक पहुंचने वाले रास्ते साफ-सुथरे और सुगम बनाए जाएं ताकि श्रद्धालु निर्बाध रूप से पहुंच सकें।
बैठक के दौरान आनंद वर्धन ने निर्देश दिया कि एक सप्ताह के भीतर शहर के सभी प्रमुख अस्पतालों, अपार्टमेंटों और व्यावसायिक भवनों का भौतिक सत्यापन किया जाए। उन्होंने कहा कि जो भी संस्थान जीडीए के निर्माण मानकों का उल्लंघन करते पाए जाएंगे, उन पर तुरंत कार्रवाई होगी। किसी भी भवन को सिर्फ इसलिए नहीं बख्शा जाएगा कि वह बड़ा संस्थान है। नियम सब पर समान रूप से लागू होंगे।
बैठक के अंत में उपाध्यक्ष आनंद वर्धन ने कहा कि गोरखपुर का विकास तभी संभव है, जब शहर का यातायात सुचारु और नागरिक अनुशासित हों। गोरखपुर को स्वच्छ, सुगम और व्यवस्थित यातायात वाला शहर बनाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। जो भी नियमों की अनदेखी करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा और उसकी जवाबदेही तय की जाएगी।