

जनपद के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के चौपरिया स्थित धवल चिल्ड्रन हॉस्पिटल में एक मासूम बच्ची की मौत ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में तैनात डॉक्टर विशाल चौधरी बच्ची को भर्ती करने के बाद उसे कंपाउंडर के भरोसे छोड़कर गोरखपुर चले गए।
अस्पताल के बाहर मौजूद पुलिस और परिजन
Maharajganj: जनपद के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के चौपरिया स्थित धवल चिल्ड्रन हॉस्पिटल में एक मासूम बच्ची की मौत ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। परिजनों ने अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर और स्टाफ पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर श्रीकांत शुक्ला ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार चौक थाना क्षेत्र के ग्राम सभा गणेशपुर निवासी गोविंद ने अपनी एक वर्षीय बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर मंगलवार को उसे धवल चिल्ड्रन हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में तैनात डॉक्टर विशाल चौधरी बच्ची को भर्ती करने के बाद उसे कंपाउंडर के भरोसे छोड़कर गोरखपुर चले गए।
बुधवार सुबह करीब 11 बजे बच्ची की हालत बिगड़ गई और जिस बेड पर वह भर्ती थी, वहां लगे मॉनिटर और मशीनें अचानक बंद हो गईं। परिजनों ने जब अस्पताल स्टाफ से सवाल किए तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। काफी दबाव के बाद डॉक्टर विशाल चौधरी दोपहर करीब 12 बजे अस्पताल पहुंचे और परिजनों को यह कहकर गुमराह करने की कोशिश की कि "बच्ची का शरीर ठंडा हो गया है, इसलिए मशीनें काम नहीं कर रहीं।"
कुछ ही देर बाद अस्पताल प्रशासन ने बच्ची का शव परिजनों को सौंप दिया। बच्ची की मौत की खबर फैलते ही परिजनों ने अस्पताल के सामने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर कोतवाली पुलिस पहुंची और किसी तरह स्थिति को नियंत्रित किया।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ की लापरवाही की वजह से बच्ची की असमय मौत हुई है। घटना के बाद सीएमओ डॉक्टर श्रीकांत शुक्ला ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम गठित की है। उन्होंने कहा कि जांच में अगर लापरवाही की पुष्टि होती है तो अस्पताल को सील करने की कार्रवाई की जाएगी।