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रामनगर मांस प्रकरण में लंबे समय से फरार मुख्य आरोपी और हिंदूवादी नेता मदन जोशी ने आज अचानक स्कूटी से कोतवाली पहुंचकर आत्मसमर्पण किया। इससे पुलिस की योजनाओं पर पानी फिर गया और मामला नाटकीय मोड़ पर पहुंच गया।
रामनगर मांस प्रकरण
Nainital: रामनगर मांस प्रकरण में लंबे समय से फरार चल रहे मुख्य आरोपी और हिंदूवादी नेता मदन जोशी ने आज एक अप्रत्याशित तरीके से रामनगर कोतवाली में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस पिछले कई दिनों से जोशी की तलाश में रही और कोतवाली के बाहर गिरफ्तारी की योजना बनाई गई थी। लेकिन मदन जोशी ने पुलिस को चकमा देकर स्कूटी पर सीधे कोतवाली के अंदर पहुंच गए और स्वयं को पुलिस के हवाले कर दिया। यह घटना नाटकीय मोड़ लेकर आई।
आत्मसमर्पण की खबर फैलते ही कई भाजपा कार्यकर्ता, स्थानीय नेता और विधायक दीवान सिंह बिष्ट भी कोतवाली पहुंचे। विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने कहा कि मदन जोशी भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं, नगर के मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं और हमेशा कानून का सम्मान किया है। उन्होंने बताया कि जोशी ने कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए स्वयं आत्मसमर्पण किया। यह कदम स्थानीय राजनीति और मामले के गहन जांच में महत्वपूर्ण मोड़ है।
आत्मसमर्पण से पहले मदन जोशी ने एक वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे गलत और राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं। जोशी ने मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच की मांग की और आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके परिवार को अनावश्यक रूप से परेशान किया। वीडियो में उन्होंने कहा, “मेरे लिए परिवार से ऊपर राष्ट्र है, जनता का आशीर्वाद मेरे साथ है। जल्द जेल से बाहर आकर जन सेवा जारी रखूंगा।”
Uttarakhand: रामनगर में चोरों का आतंक, पिकअप वाहन पर किया हाथ साफ
रामनगर पुलिस
23 अक्टूबर को रामनगर के छोई क्षेत्र में बरेली से मीट लेकर जा रहे पिकअप चालक नासिर हुसैन पर भीड़ ने हमला किया था। नासिर की गाड़ी में तोड़फोड़ की गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। नासिर की पत्नी नूरजहां की शिकायत पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। अब तक इस प्रकरण में करीब 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
बीते सोमवार को उत्तराखंड हाईकोर्ट ने मदन जोशी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद यह माना जा रहा था कि उनकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। मगर आज जोशी ने पुलिस को चकमा देकर स्वयं कोतवाली पहुंचकर आत्मसमर्पण किया, जिससे मामला नया मोड़ ले गया। पुलिस ने उनका मेडिकल जांच और रिमांड प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण से मामले की जांच पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। जांच टीम सभी पहलुओं को जोड़कर आरोपी और घटनाक्रम की पड़ताल करेगी। पुलिस ने अब तक पांच नामजद सहित कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है।