

उत्तराखंड में इस समय नशा मुक्त भारत पखवाड़ा अभियान चल रहा है, इस दौरान एक जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। पूरी खबर के लिए पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
नशा मुक्ति अभियान
हरिद्वार: नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा 12 जून से 26 जून तक चलाए जा रहे "नशा मुक्त भारत पखवाड़ा" के तहत बीते दिन को हरिद्वार में एक विशेष जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर एएनटीएफ यूनिट हरिद्वार और हर की पौड़ी पुलिस टीम द्वारा संयुक्त रूप से एक प्रेरणादायक पहल करते हुए गंगा आरती के दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं को नशा मुक्त रहने की शपथ दिलाई गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक हर की पैड़ी पर आयोजित इस कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों ने नशे के दुष्परिणामों के बारे में जानकारी देते हुए लोगों से नशा न करने और दूसरों को भी इससे दूर रखने की अपील की। बता दें कि श्रद्धालुओं ने गंगा मैया को साक्षी मानकर नशे से दूर रहने और समाज में जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।
अभियान में उपस्थित रहे ये लोग
इस अभियान में प्रमुख रूप से निरीक्षक विजय सिंह, प्रभारी एएनटीएफ यूनिट हरिद्वार की अगुवाई में टीम ने भाग लिया। उनके साथ उप निरीक्षक रणजीत सिंह तोमर, हेड कांस्टेबल मुकेश राजभर, हेड कांस्टेबल सुनील कुमार, हर की पैड़ी चौकी प्रभारी उप निरीक्षक संजीत कंडारी और उप निरीक्षक ऋषिकांत पटवाल भी उपस्थित रहे।
श्रद्धालुओं ने की अभियान की सराहना
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। बल्कि परिवार, समाज और देश के विकास में भी बाधा बनता है। ऐसे में समाज के हर वर्ग को इससे जुड़ी जागरूकता अभियान में भागीदारी निभानी चाहिए। कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं ने भी इस पहल की सराहना की और इसे एक सकारात्मक और समाज हितैषी कदम बताया।
कार्यक्रम से श्रद्धालुओं के बीच जागरूकता फैली
यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं के बीच जागरूकता का माध्यम बना, बल्कि धार्मिक और आध्यात्मिक वातावरण में सामाजिक सुधार की दिशा में एक मजबूत संदेश भी प्रसारित हुआ। इस तरह के कार्यक्रमों से निश्चित रूप से समाज में नशा मुक्ति की भावना को बल मिलेगा और 'नशा मुक्त भारत' का सपना साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।
नशा मुक्ति अभियान के उद्देश्य
अभियान का उद्देश्य नशे के प्रति जागरूकता बढ़ाना और लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में जानकारी देना है। साथ ही इसका मुख्य उद्देश्य यह भी है कि समाज में जागरूकता फैलाना और लोगों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना है।