नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस: डीएम-एसपी ने की सख्त रणनीति तैयार, अफसरों को दिए कड़े निर्देश

जिले को नशामुक्त बनाने की दिशा में प्रशासन ने एक बार फिर गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय की संयुक्त अध्यक्षता में नारकोटिक्स नियंत्रण को लेकर एक महत्वपूर्ण ज़ूम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, कस्टम विभाग, आबकारी विभाग, एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
 

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 17 July 2025, 6:05 PM IST
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Barabanki: जिले को नशामुक्त बनाने की दिशा में प्रशासन ने एक बार फिर गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय की संयुक्त अध्यक्षता में नारकोटिक्स नियंत्रण को लेकर एक महत्वपूर्ण ज़ूम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, कस्टम विभाग, आबकारी विभाग, एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हुए।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, बैठक की शुरुआत में जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को बर्बाद करता है, बल्कि यह सामाजिक अपराधों को भी जन्म देता है। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम करना अनिवार्य है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले में प्रतिबंधित ड्रग्स और अन्य मादक पदार्थों की अवैध बिक्री व तस्करी की पहचान कर उस पर तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की जाए।

उन्होंने आबकारी विभाग को निर्देशित किया कि सभी संवेदनशील स्थानों पर नियमित निरीक्षण किया जाए और शराब सहित अन्य नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। वहीं, समाज कल्याण विभाग को निर्देशित किया गया कि युवाओं और विद्यार्थियों को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में जनजागरूकता अभियान चलाया जाए।

पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने भी बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा, सभी संबंधित विभागों के बीच इंटर एजेंसी कोऑर्डिनेशन को मजबूत कर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर छोटी-बड़ी सूचना को गंभीरता से लेकर कार्रवाई की जाए ताकि नशे का नेटवर्क टूट सके।

बैठक में शामिल अधिकारियों ने अब तक जनपद में की गई कार्रवाई की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। साथ ही भविष्य की रणनीतियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि बीते महीनों में कई छापेमारी कर अवैध नशीले पदार्थों की बड़ी खेप पकड़ी गई है और कई तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है।

बैठक के समापन पर जिलाधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि नशे के विरुद्ध अभियान को और तेज किया जाए। जनसहभागिता, सख्ती और जनजागरूकता के जरिये जिले को पूरी तरह नशामुक्त बनाने का लक्ष्य तय किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्य तभी सफल होगा जब हर अधिकारी अपने दायित्व को गंभीरता से निभाए और मिल-जुलकर काम किया जाए।

6 महत्वपूर्ण कीवर्ड्स:

  1.  नारकोटिक्स नियंत्रण
  2. नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
  3. जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी
  4. अवैध मादक पदार्थ
  5. जनजागरूकता अभियान
  6. पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय

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