

हरदोई के लखनऊ चुंगी पर अस्थाई डिवाइडर से एक ट्रक टकरा गया, जिससे सड़क पर यातायात पूरी तरह रुक गया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि डिवाइडर मानक के अनुसार नहीं लगे, जिसके कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
अस्थाई डिवाइडर फिर बना दुर्घटना का कारण (सोर्स- इंटरनेट)
Hardoi: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में लखनऊ-पलिया नेशनल हाईवे पर स्थित लखनऊ चुंगी के पास अस्थाई डिवाइडर एक बार फिर दुर्घटना का कारण बना। बुधवार रात मुरादाबाद से लखनऊ की ओर जा रहा एक ट्रक आईटीआई के पास डिवाइडर से टकरा गया। इस टक्कर के बाद डिवाइडर सड़क पर गिर गया, जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया।
डाइनामइट न्यूज़ संवाददाता के अनसुरा घटना के बाद वाहनों की लंबी कतारें लग गई और यात्री परेशान हो गए। लखनऊ चुंगी चौकी के दो सिपाही मौके पर पहुंचे और डिवाइडर को हटाने की कोशिश की। लेकिन अस्थाई डिवाइडर का आकार बड़ा होने के कारण वे इसे हटा नहीं सके। अंततः हाइड्रा की मदद से डिवाइडर को हटाया गया, जिससे यातायात सामान्य हो सका।
पहले भी हो चुकी है कई दुर्घटनाएं
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस स्थान पर पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। अस्थाई डिवाइडर की स्थिति और उसका निर्माण सही ढंग से नहीं किया गया है, जिसके कारण दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। कई बार वाहन इस डिवाइडर से टकरा चुके हैं, जिससे न केवल वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, बल्कि कई लोग घायल भी हुए हैं।
स्थानीय निवासियों ने जताई चिंता
स्थानीय निवासियों ने इस पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि इन डिवाइडरों का निर्माण मानक के अनुसार नहीं किया गया है। इसके अलावा, इन पर कोई चेतावनी चिन्ह या रिफ्लेक्टर भी नहीं हैं, जिससे रात के समय इन डिवाइडरों को देख पाना मुश्किल होता है। लोग आरोप लगा रहे हैं कि प्रशासन ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया और अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला है।
लोगों की प्रशासन से मांग
स्थानीय निवासियों की मांग है कि या तो इन अस्थाई डिवाइडरों को सही तरीके से व्यवस्थित किया जाए या फिर इन्हें हटा दिया जाए। यदि प्रशासन इस दिशा में कदम नहीं उठाता है, तो भविष्य में और अधिक जान-माल की हानि हो सकती है।
प्रशासन के काम उठे सवाल
यह दुर्घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि स्थानीय प्रशासन को यातायात सुरक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में अधिक सतर्क और जिम्मेदार होना चाहिए। विशेष रूप से ऐसी जगहों पर जहां दुर्घटनाओं का उच्च जोखिम होता है, वहां पर स्थायी समाधान की जरूरत है, ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।