

फर्रुखाबाद के व्यापारियों ने 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगांव में हुई 28 लोगों की हत्या के विरोध में बाजार बंद रखा। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
आतंकी हमले के विरोध में व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन
फर्रुखाबाद: फर्रुखाबाद के व्यापारियों ने शुक्रवार को बाजार बंद रखा। 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगांव में हुई 28 लोगों की हत्या के विरोध में बाजार बंद रखा। सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, इस घटना के खिलाफ व्यापार मंडल मिश्रा गुट के जिला अध्यक्ष सदानंद शुक्ला के नेतृत्व में व्यापारी एकजुट हुए और आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज उठाई।
विरोध जुलूस में दिखा व्यापारियों का आक्रोश
विरोध प्रदर्शन का सिलसिला आईटीआई चौराहे से शुरू हुआ। जहां से व्यापारियों का एक बड़ा समूह हाथों में तख्तियां लेकर चौक की ओर बढ़ा। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए और अपने तख्तियों पर ऐसे संदेश लिखे थे, जैसे “एक रहोगे, सेफ रहोगे” और “हिंदुओं पर अत्याचार बंद करो।” यह प्रदर्शन कश्मीर में हुई हत्या को लेकर व्यापारियों के गहरे आक्रोश और चिंता को दर्शाता है।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष का बयान
व्यापार मंडल के अध्यक्ष सदानंद शुक्ला ने कहा कि आज पूरा फर्रुखाबाद बाजार बंद है और यह विरोध सिर्फ कश्मीर में हुई घटनाओं के विरोध में नहीं बल्कि आतंकवाद के खिलाफ एक संदेश देने के लिए है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए और प्रधानमंत्री से आतंकवाद को पूरी तरह से समाप्त करने की अपील की। शुक्ला ने यह भी कहा कि व्यापारी समाज किसी भी प्रकार की हिंसा और आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।
हिंदू संगठनों का समर्थन और पुतला दहन
विरोध प्रदर्शन में हिंदू संगठनों के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में व्यापारी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने अपनी एकता और मजबूत संदेश दिया कि वे धर्म के आधार पर होने वाली हत्याओं के खिलाफ हैं। इसके बाद, प्रदर्शनकारियों ने चौक पर पाकिस्तान और आतंकवादियों के प्रतीक का पुतला दहन किया, जिससे उनका गुस्सा और विरोध और भी स्पष्ट हुआ।
नफरत और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता
इस प्रदर्शन से यह स्पष्ट हुआ कि फर्रुखाबाद के व्यापारी समाज ने आतंकवाद और कश्मीर में हो रहे धार्मिक अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है। इस विरोध प्रदर्शन ने यह संदेश दिया कि व्यापारियों का समाज इस प्रकार के अपराधों को बर्दाश्त नहीं करेगा और वे अपनी सुरक्षा और न्याय की मांग करेंगे।