रायबरेली में कब्र से निकाला गया बच्चे का शव, मौत की असली वजह आएगी सामने

रायबरेली में कब्र से बच्चे का शव बाहर निकलकर मौत की असली वजह पता लगाई जाएगी। बीते कुछ दिनों पहले मृतक विनीत का शव राजघाट नदी के पास पाया गया था जिसमें पोस्टमार्टम में मृतक विनीत को पानी में डूबने से मृत्यु घोषित कर दिया गया था ।

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 18 July 2025, 4:56 PM IST
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Raebareli: रायबरेली के थाना नगर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बहराना कब्रिस्तान में पीड़ित परिवार ने मृतक की पुनः पोस्टमार्टम की तहरीर पर पोस्टमार्टम करने की मांग की थी। जिसको लेकर के सीओ सिटी व नायब तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर मृतक के शव को कब्र से बाहर निकाला।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता ने बताया कि बीते कुछ दिनों पहले मृतक विनीत का शव राजघाट नदी के पास पाया गया था जिसमें पोस्टमार्टम में मृतक विनीत को पानी में डूबने से मृत्यु घोषित कर दिया गया था ।

जिसको लेकर पीड़ित परिवार ने हत्या का आरोप लगाया था और दोबारा से पोस्टमार्टम करने के लिए तहरीर दी थी, जिसको लेकर के सीओ सिटी नया तहसीलदार ने रायबरेली के बहराना कब्रिस्तान से शव निकाल कर पुनः पोस्टमार्टम करने दिए भेज दिया गया ।

मृतक विनीत सोनकर पुत्र वीरेन्द्र सोनकर निवासी बनियन टोला थाना नगर कोतवाली ने बताया की उनका बेटा राम मिश्रा के घर में सालों से काम किया करता था और वहीं रहता था। मेरा बेटा विनीत सोनकर, रजत सोनकर का खाना लेकर रोज जाता था तथा अकसर वही रूक जाते थे। दिनांक 7 जून 2025 को समय करीब 6:30 बजे सुबह मेरे घर पर मेरे बड़े बेटे मोहित सोनकर के मोबाइल पर फोन आया कि आपका बेटा विनीत सोनकर सई नदी में पानी में डूब गया है।

हम लोग भागकर सई नदी पहुंचे तो देखा कि घटना स्थल सई नदी, राजघाट में पुलिस मौजूद थी और गोताखोर लाश डूंड रहे थे जब गौरांग मिश्रा व कृष्णा मिश्रा घटना स्थल पर जाकर चिन्हित स्थान बताया तो लाश मिल गयी। तब मेरे बेटे रजत सोनकर ने बताया कि रात लगभग 1:00 बजे करीब गौरांग मिश्रा पुत्र संजय मिश्रा व कृष्णा मिश्रा पुत्र जितेन्द्र मिश्रा निवासीगण प्रभू टाउन शराब मंगा करके पीने लगे। तो मैं और मेरा भाई मृतक किती सोनकर अपने कमरे में चले गये। विनीत टी०वी० देख रहा था। उसी बीच मेरे भाई विनीत को गौरांग मिश्रा व कृष्णा मिश्रा ने अपने कमरे में जान से मार दिया और लाश ले जाकर सई नदी में फेंक दिया। जब हम लोगों ने लाश को देखा तो गले में चोट का निशान था तथा मुंह और नाक से झाग आ रहा था तथा मृतक विनीत के पेट में पानी नहीं गया था।

पंचनामा के दौरान दरोगा जी ने विरोधियों से मिलकर जान-बूझकर चोट का निशान नहीं लिखा। अभियुक्तगणों के परीजन / संरक्षक तथा पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष है, यही कारण है कि दौरान पोस्टमार्टम सम्बन्धित डाक्टर ने भी अभियुक्तगणों के प्रभाव में आकर मृत्यु का सही कारण नहीं लिखा क्योंकि मैं और मेरा परिवार बच्चे के शोक में परेशान थे। और हम लोगों ने ध्यान नहीं दिया। अभियुक्तगणों व उनके परिजनों ने मिलकर डाक्टर व पुलिस से मिलकर सांठ-गांठ कर लिया।

घटना स्थल पर चिन्हित कर मृतक की लाश की बरामदगी के बाद एस०एच०ओ० कोतवाली व सी०ओ० सिटी प्रभाव में आकर अभियुक्तगणों को बचाने का पूरा प्रयास किया और थाने से रात में करीब लगभग 2:00 बजे छोड़ दिया। न्याय हित में मृतक विनीत सोनकर की लाश खोदवाकर डाक्टरों के समूह से परीक्षण करने की की मांग करी थी जिसको लेकर के आज मृतक की लाश बहराना कब्रिस्तान मैं कब्र से निकाल करके दोबारा से पोस्टमार्टम करने के लिए भेज दिया गया है

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