

ओबरा ‘सी’ परियोजना की दूसरी इकाई से हुआ 660 मेगावाट विद्युत उत्पादन प्रारंभ कर दिया गया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
ओबरा 'सी' परियोजना की दूसरी इकाई चालू
सोनभद्र: उत्तर प्रदेश की ऊर्जा क्षमता को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाते हुए ओबरा तापीय 'सी' परियोजना की दूसरी इकाई ने सोमवार की रात 8:15 बजे वाणिज्यिक भार (Commercial Operation Date - COD) प्राप्त करते हुए पूर्ण रूप से विद्युत उत्पादन प्रारंभ कर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ओबरा 'सी' परियोजना की यह दूसरी इकाई 660 मेगावाट की है, और इसके पूर्ण लोड पर संचालन से प्रदेश को 600 मेगावाट से अधिक विद्युत आपूर्ति प्राप्त होगी। यह इकाई प्रदेश की औद्योगिक प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण आधारशिला साबित होगी, क्योंकि स्थिर और निर्बाध विद्युत आपूर्ति औद्योगिक विकास की रीढ़ होती है।
इस परियोजना की पहली इकाई को 9 फरवरी 2024 को वाणिज्यिक भार पर चालू किया गया था, जिसका उद्घाटन 30 मई 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर से वर्चुअल माध्यम से किया था। अब दूसरी इकाई के चालू हो जाने से ओबरा ‘सी’ परियोजना की दोनों इकाइयां पूरी तरह क्रियाशील हो चुकी हैं।
परियोजना के प्रारंभ के समय उपस्थित कर्मचारी
परियोजना के तकनीकी विकास की बात करें तो द्वितीय इकाई का बॉयलर हाइड्रो टेस्ट 30 मार्च 2024 को, बॉयलर लाइट-अप 31 मार्च 2024 को तथा ग्रिड से समकालन 6 मार्च 2025 को सफलतापूर्वक किया गया था। इसके बाद, 19 मई 2025 की रात इसे पूर्ण लोड पर चलाया गया था। परियोजना को कोविड महामारी के दौरान आई चुनौतियों के बावजूद रिकॉर्ड समय में पूर्ण किया गया।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक इं. आर.के. अग्रवाल, मुख्य अभियंता (संचालन) इं. एस.के. सिंघल, अधीक्षण अभियंता इं. संजय पटेल, अधिशासी अभियंता इं. रिंकेश कुमार, इं. अवधेश कुमार, इं. सुमंत गौतम, इं. अखिलेश कुमार, इं. चैतन्य कौशल, इं. संजीव यादव तथा डीपीएसआई और निगम के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
मुख्य महाप्रबंधक आर.के. अग्रवाल ने कहा, यह उपलब्धि न केवल ओबरा परियोजना के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। हम भविष्य में भी इसी गति और समर्पण से कार्य करते रहेंगे। ओबरा तापीय परियोजना की दोनों इकाइयों से 1320 मेगावाट विद्युत उत्पादन सुनिश्चित होगा, जिससे उत्तर प्रदेश की विद्युत आपूर्ति और अधिक मजबूत तथा स्थिर होगी।